Kalakot News: दुकानें बंद कर सड़क के गड्ढे भरने में जुटे दुकानदार, सड़क बदहाली से कारोबार पर भी पड़ रहा असर
Kalakot News कालाकोट से स्योट को जोड़ने वाली 22 किलोमीटर सड़क की जर्जर हालत और सड़क पर भारी-भरकम गड्ढों को देखते हुए कालाकोट के सभी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर गड्ढे भरने का काम किया। आवागमन में भी लोगों को परेशानी हो रही है।
कालाकोट, जागरण संवाददाता। कालाकोट से स्योट को जोड़ने वाली 22 किलोमीटर सड़क की जर्जर हालत और सड़क पर भारी-भरकम गड्ढों को देखते हुए कालाकोट के सभी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर गड्ढे भरने के कार्य को अंजाम दिया।
इस दौरान दुकानदारों ने कालाकोट से धर्मसाल तक कई जगह सड़क पर गड्ढे भरने के साथ रोष जताते हुए सरकार से मांग की कि कालाकोट से जुड़ने वाली इस सड़क को डबल लेन किया जाए और इसकी दशा सुधारी जाए, अन्यथा हम दुकानदार इसी तरह अपनी दुकानें बंद कर रोष जताते रहेंगे।
कारोबार पर भी पड़ रहा है असर
वहीं, दुकानदार दीप शर्मा, भारत भूषण शर्मा, बिट्टू सूरी, साहिल साहनी, मुहम्मद आजम, सोनू शर्मा आदि दुकानदारों ने कहा कि लंबे समय से कालाकोट-स्योट सड़क पर भारी भरकम गड्ढों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था। यह सड़क सभी के लिए परेशानी बढ़ाते हुए जी का जंजाल बनी हुई थी, जिस पर सफर करते हुए लोग आवाजाही को लेकर परेशान थे, लेकिन सड़क की दशा सुधारने को कोई पहल नहीं हो रही थी। सड़क की इस बदहाली के चलते हमारे कारोबार पर भी असर पड़ रहा है।
कई बार की मरम्मत की मांग
हमने समय-समय पर सड़क की मरम्मत की मांग उठाते हुए इसे डबल लेन करने की भी मांग की, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं, दुकानदारों ने कहा कि कालाकोट की जनता ने पूर्व में जिन्हें कालाकोट से विधायक व मंत्री बनाया, उन्होंने इस सड़क पर सियासत करते हुए हम लोगों से वोट तो बटोरे, लेकिन फिर पलट कर इस सड़क की तरफ नहीं देखा। उनका यह भी कहना था कि आज हम अपने रुपये खर्च कर पत्थर, बजरी डाल गड्ढे भरने के कार्य में लगे हैं। यह सरकार व प्रशासन के लिए बड़े शर्म की बात है।
पीडब्ल्यूडी के अधीन है यह सड़के
वहीं, इस संबंध में जब पीडब्ल्यूडी के एईई हरदेव सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि पहले यह सड़क पीडब्ल्यूडी के अधीन रही, लेकिन अब पिछले कुछ समय से यह सड़क पीएमजीएसवाई योजना में चली गई। उन्होंने बताया कि इस सड़क पर 40 करोड़ रुपये का टेंडर भी हो चुका है और पांच मीटर इस सड़क को और खोला जाएगा। लेकिन टेंडर के बाद इस पर किसी कारण स्टे लग गया, जिससे सड़क का कार्य रुक गया और कार्य आगे नहीं बढ़ पाया। उन्होंने कहा कि जहां तक गड्ढों की बात है तो गड्ढे भरने को भी विभाग द्वारा कार्य किया जाएगा।