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जम्मू-कश्मीर में दर्जी की छोटी सी दुकान चलाने वाले की बेटी भावना बनी नौशहरा की पहली महिला जज

JKPSAC Judge Junior Division Result 2024 जम्मू-कश्मीर न्यायिक सेवा परीक्षा में बेटियों ने परचम फहराया है। श्रीनगर की तस्नीम काऊसा ने टाप किया है। सफल प्रतिभागियों की सूची में पहले 10 स्थानों पर बेटियों का कब्जा है। इसी क्रम में सीमावर्ती नौशहरा (राजौरी) बाजार में दर्जी की एक छोटी सी दुकान चलाने वाले नरेश कुमार की बेटी भावना ने भई बाजी मारी हैं।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Published: Sat, 06 Apr 2024 09:09 AM (IST)Updated: Sat, 06 Apr 2024 09:09 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर में दर्जी की छोटी सी दुकान चलाने वाले की बेटी भावना बनी नौशहरा की पहली महिला जज

जागरण संवाददाता, राजौरी। Jammu Kashmir News: सीमावर्ती नौशहरा (राजौरी) बाजार में दर्जी की एक छोटी सी दुकान चलाने वाले नरेश कुमार आज बेहद भावुक हैं। नरेश की आंखों में चमक के साथ आंसू भी हैं, लेकिन यह खुशी के हैं। पूरी उम्र लोगों के कपड़े सिलकर परिवार की परवरिश के साथ पढ़ाई-लिखाई (JKPSAC Judge Junior Division Result 2024) व हिम्मत बंधाने में नरेश कुमार ने कोई कसर नहीं छोड़ी, इसी का परिणाम है कि उनकी बेटी भावना केसर आज सब जज बन गई हैं।

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भावना की मां गृहिणी हैं और वह भी लोगों की बधाई स्वीकार करतीं थक नहीं रहीं। छोटा भाई भी बहन की तरह बनने की ठान चुका है। भावना केसर ने जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएसएसी) की ओर से आयोजित न्यायिक सेवा परीक्षा सिविल (जज जूनियर डिवीजन) उत्तीर्ण कर ली है।

परिवार को दिया श्रेय

भावना शुक्रवार को जब नौशहरा पहुंचीं तो परिवार के साथ स्थानीय लोगों ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया। परिवार के लोगों ने कहा कि उपजिला नौशहरा की पहली महिला जज बनी है, जो अन्य महिलाओं और युवतियों के लिए एक प्रेरणा है। भावना केसर ने कहा कि जो सपना मेरे माता-पिता और मैंने मिलकर देखा था, आज वह साकार हुआ है। इसका सारा श्रेय मेरे परिवार को जाता है, जिन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया और मुझे आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी।

मैंने 12वीं तक की शिक्षा टीएमपी हायर सेकेंडरी स्कूल नौशहरा से प्राप्त की उसके बाद बीए, एलएलबी पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से पूरी की। उसके बाद मैंने एलएलएम किया और पीएचडी की पढ़ाई जारी रखी। इसी दौरान हाईकोर्ट जम्मू-कश्मीर में मेरा चयन रीडर के तौर पर हुआ।

नौशहरा की पहली महिला जज बनी हूं

इसी दौरान सब जज का नोटिफिकेशन निकाला और मैंने उसे भरा और पढ़ाई जारी रखी। कड़ी मेहनत, परिवार के सहयोग व भगवान के आशीर्वाद से सब जज की परीक्षा में सफल हुई। मुझे बेहद खुशी है कि मैं नौशहरा की पहली महिला जज बनी हूं।

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बेटी की सफलता पर भावुक नरेश कुमार ने बताया मेरे दो बच्चे हैं, एक बेटी और एक बेटा, मगर हमने कभी भी दोनों में फर्क नहीं समझा। बच्चों को कभी भी पढ़ाई-लिखाई से नहीं रोका और जो भी उन्होंने करना चाहा, उनका पूरा सहयोग किया। उसी का परिणाम है कि आज बेटी जज बन गई है। पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। सब लोग घर पर बधाई देने आ रहे हैं।

भावना बोली- जो सपना मेरे माता-पिता और मैंने देखा, वह साकार

मैं सभी युवतियों से कहना चाहूंगी कि अच्छे से पढ़ाई करें, कुछ भी असंभव नहीं। हम बस अपने से किसी भी परीक्षा को कठिन समझ लेते हैं, मगर जब हम उसे गंभीरता से लेंगे, समझेंगे तो सब कुछ आसान होता चला जाएगा। सभी को अपना एक लक्ष्य तय कर आगे बढ़ना चाहिए। भावना केसर, न्यायिक सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण

साक्षात्कार के 36 घंटे बाद रिजल्ट की घोषणा

जम्मू-कश्मीर न्यायिक सेवा परीक्षा में बेटियों ने परचम फहराया है। श्रीनगर की तस्नीम काऊसा ने टाप किया है। सफल प्रतिभागियों की सूची में पहले 10 स्थानों पर बेटियों का कब्जा है। तस्नीम ने लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में 628 अंक हासिल किए हैं।

दूसरे स्थान मुफ्ती नाहिदा, तीसरे स्थान पर सनाह बडियाल रही हैं। जेकेपीएसएसी ने न्यायिक सेवा परीक्षा सिविल का परिणाम साक्षात्कार के 36 घंटे के भीतर घोषित किया है। इसमें 69 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं। अब इन अभ्यर्थियों का चिकित्सकीय परीक्षण किया जाएगा।

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