डीडीसी चुनाव में भाजपा के दो नेताओं ने निर्दल ठोंकी ताल
संवाद सहयोगी नौशहरा पिछले दस साल से चुनाव लड़ने की आस में बैठे भाजपा के दो वरिष्ठ नेता
संवाद सहयोगी, नौशहरा : पिछले दस साल से चुनाव लड़ने की आस में बैठे भाजपा के दो वरिष्ठ नेता पार्टी की कार्यप्रणाली से नाखुश होकर जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव में निर्दल ताल ठोंक रहे हैं। इनमें भाजपा के पुराने नेता सरदार परमजीत सिंह व युवा नेता सनम रैना हैं।
इन दिनों जिला राजौरी में डीडीसी चुनाव की तैयारी जोरों पर चल रही है। ऐसे में नौशहरा की सीट एससी के लिए आरक्षित होने के बाद चुनाव प्रचार भी बढ़ गया है। ऐसे में किला दरहाल के नेता परमजीत सिंह, जोकि पिछले 40 साल से भाजपा के साथ काम कर रहे थे, जोकि स्वर्गीय सांसद वैद्य विष्णु दत्त के समय पार्टी के फायर ब्रांड नेता माने जाते थे, उनको पार्टी ने टिकट नहीं दिया। जिसके बाद उन्होंने निर्दल उम्मीदवार के रूप में लड़ना तय कर लिया है। वहीं, युवाओं में सनम रैना जोकि पार्टी एवं प्रदेश अध्यक्ष के करीबी माने जाते थे, पार्टी द्वारा उनको भी टिकट न देने के चलते अब वे भी निर्दल चुनाव मैदान में उतर गए हैं।
परमजीत सिंह ने बताया कि जबसे जम्मू कश्मीर में नए नेता जोकि पहले अन्य किसी पार्टी में रहे हैं, उनके पास फैसले करने की कमान आई है, तबसे पुराने नेताओं का मनोबल गिरता जा रहा है। पार्टी में केवल जिसके पास पैसा है, उसी को प्राथमिकता दी जा रही है। जिन लोगों ने अपना सब कुछ पार्टी की सेवा में लगा दिया, आज पार्टी उनका हाल तक नहीं पूछती है, जिसके कारण हम आज निर्दल उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे हैं। वहीं, पार्टी से रविदास सभा के लोग भी काफी नाराज हैं। लोगों का कहना है कि बीडीसी चुनावों में भी भाजपा ने हमारे साथ धोखा किया था। इस बार भी हमें धोखा ही मिला है।