नौकरी से हटाए प्रेरक व समन्वयकों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, राजौरी : साक्षर भारत मिशन ( एसबीएम) केंद्र योजना के तहत जिला राजौरी के ि
जागरण संवाददाता, राजौरी : साक्षर भारत मिशन ( एसबीएम) केंद्र योजना के तहत जिला राजौरी के विभिन्न विभागों में 2009-12 में कार्यरत समन्वयक व प्रेरकों को नौकरी से हटाने पर आंदोलित हैं। उन्होंने केंद्र सरकार व राज्य प्रशासन के खिलाफ सेवा बहाली व लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की।
ऑल जम्मू एंड कश्मीर एसबीएम के समन्वयक व प्रेरकों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि उनका बीस माह का वेतन भी बकाया है जो जारी नहीं किया जा रहा है। नौकरी से हटा दिया गया है। उच्च शिक्षा हासिल किए जाने के बाबजूद भी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।
राज्यपाल से मांग है कि जल्द से नौकरी पर बहाल किया जाए और साथ ही बीस माह का बकाया वेतन जारी किया जाए। ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी की उम्र पार कर चुके हैं। अब वह कहां जाएं।
मंगलवार को साक्षर भारत मिशन की केंद्र योजना के तहत जिला राजौरी के विभिन्न विभागों में 2009-12 में कार्यरत समन्वयक व प्रेरक यूनियन एकजुट होकर जिला मुख्यालय राजौरी पहुंचे और उन्होंने प्रशासन अधिकारी को मांगों का ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन कर रहे समन्वयक व प्रेरकों ने कहा कि केंद्र सरकार की साक्षर भारत मिशन योजना के तहत विभिन्न विभागों में नौकरी पर लगाया गया। वर्ष 2018 में 31 मार्च को साजिश के तहत एसबीएम योजना बंद कर दी गई और उनको नौकरी से हटा दिया गया। इन कर्मचारियों को दो हजार रुपये मासिक वेतन दिया जाता था। 20 माह का वेतन बकाया है जिसे आज तक जारी नहीं किया गया। पढ़े लिखे होने के बाबजूद भी सरकार की गलत नीतियों के चलते दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। कईं समन्वयक व प्रेरकों की सरकारी नौकरी पाने की उम्र पार कर चुकी है। अब वह कहां जाएं। उन्होंने राज्यपाल व केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्द से नौकरी पर लगाया जाए। साथ ही बकाया वेतन जारी किया जाए। प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी दी।