गांवों में साफ सफाई राम भरोसे, महामारी फैलने का खतरा
जागरण संवाददाता कठुआ स्वच्छता अभियान लागू होने पर भी गांवों में साफ सफाई राम भरोसे है
जागरण संवाददाता, कठुआ : स्वच्छता अभियान लागू होने पर भी गांवों में साफ सफाई राम भरोसे है। इसके कारण महामारी फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है।
अक्सर गांवों के मुख्य मार्गो पर वर्षो से पड़े कचरे के ढेर दिखाई देते हैं। इन कचरों के ढेरों को ठिकाने लगाने के लिए चुनी गई पंचायतों के पास कोई ठोस योजना तक नहीं है। इसके चलते गांवों में स्वच्छता अभियान सिर्फ सरकारी कार्यक्रम की एक औपचारिकता बनकर रह गई है। आलम यह है कि ग्रामीण रोजाना अपने घरों से निकलने वाले कचरे को मुख्य मार्ग व सार्वजनिक खाली जमीन, तालाबों या नहरों के किनारे फेंक देते हैं। गांवों के मुख्य मार्गों पर लगे कचरे के ढेरों से मौसमी बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है। साथ ही वहां से गुजरने वाले राहगीरों को प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। अब पंचायतों के गठन को ढाई साल से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन अभी तक गांवों में साफ सफाई के लिए योजना तक नहीं बन पाई है। पंचायतों के पास साफ सफाई के लिए न तो पर्याप्त फंड हैं और न ही शहरी क्षेत्र की तरह रोजाना सफाई कर्मियों की सुविधा। पंचायतों के पास इसके लिए अभी तक पर्याप्त साधन भी नहीं है। कभी कभार स्वच्छता अभियान के जारी जागरूकता के बीच ग्रामीण सफाई करने के लिए स्वयं आगे आते हैं, लेकिन ये रूटीन में नहीं होती है। इससे गांवों में साफ सफाई को लेकर अव्यवस्था का आलम है। कोट्स---
पंचायत में साफ सफाई का कोई प्रबंध नहीं है और न ही गांववासी इसके लिए जागरूक है। बरसात के मौसम में झाड़ियों एवं कचरे से पटी नालियों को साल में एक बार जरूर साफ किया जाता है। इसके लिए पंचायत को फंड जुटाकर इस्तेमाल करना पड़ता है, जबकि वह फंड साफ सफाई के लिए नहीं होते हैं। गांवों में शहरी क्षेत्रों की तरह आय के स्त्रोत नहीं है। विभाग को गांवों में भी सफाई के लिए शहरी क्षेत्र की तरह फंड जारी करने चाहिए, ताकि गांवों में भी शहरी क्षेत्र की तरह सफाई हो।
- रमेश लाल, सरपंच, पंचायत चन्नग्रां। कोट्स------
यह सही है कि गांवों में साफ सफाई के उचित प्रबंध नहीं है। मैने खुद देखा है कि कई गांवों के मुख्य चौराहों पर ही कचरे के ढेर लगे होते हैं, जो कई कई साल तक उठाए तक नहीं जाते हैं। इसके लिए पंचायतों के साथ बैठक करके योजना बनाएंगे और उन्हें सफाई की जिम्मेदारी भी दी जाएगी।
-कर्नल (सेवानिवृत) महान सिंह, चेयरमैन, डीडीसी कठुआ।