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गोलाबारी का डर छोड़ चिकित्सा शिविर में पहुंचे सीमांत क्षेत्रों के लोग

जागरण संवाददाता राजौरी जब पाकिस्तान ने तरकुंडी भीम्बर गली और बालाकोट सेक्टर में नियं

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 02:15 AM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 06:41 AM (IST)
गोलाबारी का डर छोड़ चिकित्सा शिविर में पहुंचे सीमांत क्षेत्रों के लोग

जागरण संवाददाता, राजौरी : जब पाकिस्तान ने तरकुंडी, भीम्बर गली और बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलाबारी शुरू की, उसी समय राजौरी के केरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर बसे गांवों में रहने वाले ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में चिकित्सा और दंत चिकित्सा शिविर में भाग लेकर अपना उपचार करवाया।

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रोमियो फोर्स की राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन द्वारा केरी में शिविर आयोजित किया गया था। पाकिस्तान के फायरिग जोन में आने वाले बसाली, समाली, धरा संभला, केरी सहित बड़ी संख्या में गांवों के लोग शिविर में शामिल हुए और अपना उपचार करवाया। राजौरी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के 11 डॉक्टरों का एक दल और सेना के ईएनटी, दंत चिकित्सा, स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टरों ने सैकड़ों ग्रामीणों का चिकित्सकीय परीक्षण किया, जिसके बाद उनके बीच मुफ्त दवा भी वितरित की गई। इसके अलावा सेना ने नागरिकों और पूर्व सैनिकों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया था, जिसके तहत कृषि, बागवानी और राजौरी के पूर्व सैनिक सेल जैसे विभिन्न विभाग के प्रतिनिधि भी चिकित्सा शिविर में शामिल हुए। एलओसी के पास के गांव केरी के रहने वाले सुरेश शर्मा ने कहा कि बीजी, तरकुंडी, बालाकोट के निकटवर्ती क्षेत्र में भारी गोलाबारी के बाद भी एलओसी गांवों के लोग शिविर में शामिल हुए। सुरेश ने कहा, हमें डर था कि पाक सेना हमारे क्षेत्र में भी गोलाबारी शुरू कर देगी, लेकिन इसके बावजूद लोग शिविर तक पहुंचे और अपना उपचार करवाया।


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