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सुरनकोट में बाढ़ ने मचाई भारी तबाही, करोड़ों की क्षति

जागरण संवाददाता पुंछ रविवार की रात को सुरनकोट कस्बे में भारी वर्षा के बाद अचानक आई

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Aug 2022 06:14 AM (IST)Updated: Tue, 02 Aug 2022 06:14 AM (IST)
सुरनकोट में बाढ़ ने मचाई भारी तबाही, करोड़ों की क्षति
सुरनकोट में बाढ़ ने मचाई भारी तबाही, करोड़ों की क्षति

जागरण संवाददाता, पुंछ : रविवार की रात को सुरनकोट कस्बे में भारी वर्षा के बाद अचानक आई भीषण बाढ़ ने तबाही मचा दी। इससे व्यापारियों सहित स्थानीय आबादी को करोड़ों का नुकसान हुआ। उनके घरों में पानी भर गया, दुकानों में रखी वस्तुओं को नुकसान पहुंचाया, जबकि एक दर्जन से अधिक घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। साथ ही करीब 30 वाहन बाढ़ के पानी में इधर-उधर बह गए। प्रशासन ने कस्बे में स्वच्छता के अलावा पानी और बिजली की बहाली के लिए बड़े पैमाने पर बाढ़ के बाद का अभियान शुरू किया है। जनजीवन सामान्य करने में दिनभर प्रशासन के पसीने छूटते रहे।

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रविवार की देर शाम करीब नौ बजे सुरनकोट कस्बे के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से आई बाढ़ का पानी रविवार की रात करीब 9:30 बजे कस्बे में घुसने के बाद प्राकृतिक आपदा के हालात बन गए। तीन घंटे तक स्थिति भयावह बनी रही। स्थानीय लोगों ने कहा कि सुरनकोट कस्बे के चार वार्ड अचानक बाढ़ से प्रभावित हो गए। प्रभावित वार्डो के मुख्य इलाकों में डाक बंगला मुहल्ला, तहसील कार्यालय मोहल्ला, बीडीओ कार्यालय मोहल्ला, इकबाल नगर और हरि मोहल्ला शामिल हैं। इस कस्बे में पानी पहाड़ी से नीचे की ओर आ रहा था और तेज पानी की धाराएं घरों, दुकानों में प्रवेश कर तबाही मचा रही थीं। हर कोई सुरक्षा के लिए इधर-उधर भाग रहा था। स्थानीय लोगों ने कहा कि सामान पानी में बह रहे थे, लेकिन उस समय सिर्फ अपनी जान बचाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। कीचड़, पत्थर, रेत के साथ पानी सैकड़ों घरों और दुकानों को तबाह कर दिया। रेफ्रिजरेटर, इनवर्टर और फर्नीचर बर्बाद हो गए।

लोगों ने सरकार से इस बाढ़ से हुए नुकसान के आकलन के लिए विशेष टीम का गठन करने की मांग की, ताकि जल्द से जल्द उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जाए। जबकि भविष्य में ऐसी बाढ़ की स्थिति के लिए सभी आवश्यक निवारक कदम उठाए जाएं और सभी नालों, जल चैनलों को ठीक से किया जाना चाहिए। अवैध अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए, जिससे पानी की नालियां व नाले जाम हो जाती हैं। सुरनकोट के विजय सहगल ने कहा कि कस्बे के लोगों ने हमेशा बाढ़ से बचाव के लिए उचित कदम उठाने की मांग करते रहे, लेकिन प्रशासन ने कभी ध्यान नहीं दिया।


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