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ठेकेदारों व सरपंचों की मिलीभगत से जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा बंकर

संवाद सहयोगी पुंछ पाकिस्तानी गोलाबारी से बचने के लिए सरकार द्वारा बनाए जा रहे बंकरो के

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 01:45 AM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 06:21 AM (IST)
ठेकेदारों व सरपंचों की मिलीभगत से जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा बंकर
ठेकेदारों व सरपंचों की मिलीभगत से जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा बंकर

संवाद सहयोगी, पुंछ : पाकिस्तानी गोलाबारी से बचने के लिए सरकार द्वारा बनाए जा रहे बंकरो के निर्माण को लेकर नेशनल पैंथर्स पार्टी के राज्य सचिव जोरावर सिंह शाहबाज ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब बैकरों पर भी राजनीति शुरू हो गई है।

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उन्होंने कहा कि पुंछ जिले में बंकर उन लोगो को मिल रहे, जिनके राजनीति संबंध अच्छे हैं या फिर जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा सटे गांवों में पक्के बंकरों का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। जबकि सरकार की तरफ से करोड़ों रुपये जारी किए जा चुके हैं। इसके बाद सरकार और प्रशासन की तरफ से बंकर निर्माण का काम ठेकेदारों को दिया गया, जो अभी तक अधूरा पड़ा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों ओर सरपंचों की मिलीभगत से जरूरतमंदों को बंकर नहीं दिए गए। बंकर सिर्फ उन्होंने अपने रिश्तेदारों और चेहतों को दिए हैं। इसका बहुत बड़ा नुकसान आम जनता को हुआ है।

उन्होंने कहा कि अधिकतर बंकर वहां बनवाए गए जहां जहां तक यातायात के साधन थे, ताकि कम खर्च में बंकर का निर्माण हो सके। जिन इलाकों में बंकरो का कार्य शुरू किया गया था और वो भी अधूरे हैं। तकरीबन डेढ़ वर्ष से बंकरों का काम अभी तक बीस फीसद तक भी पूरा नहीं हुआ है। कई उच्च अधिकारी अपनी कमीशन हजम करने के फिराक में हैं। उन्होंने कहा कि गोलाबारी के वक्त नियंत्रण रेखा मे रहने वाले लोगों के पास बंकर न होने की वजह से दहशत मे जीने पर मजबूर हैं।

जोरावर सिंह शाहबाज ने केंद्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल से इस मसले में हस्तक्षेप कर एक टीम को भेजकर नियंत्रण रेखा पर बनाए जा रहे बंकर की जांच करवाने की मांग की है। ताकि सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।


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