किसानों ने सेरीकल्चर विभाग के प्रति जताया रोष
संवाद सहयोगी कालाकोट सेरीकल्चर विभाग रेशम कीट उत्पादन को बढ़ावा देने के बजाए उसे कम
संवाद सहयोगी, कालाकोट: सेरीकल्चर विभाग रेशम कीट उत्पादन को बढ़ावा देने के बजाए उसे कम करने में लगा है। यह आरोप रेशम पालन पेशे से जुड़े किसानों ने सेरीकल्चर विभाग पर लगाए तथा कहा कि सेरीकल्चर विभाग ने इस बार फिर से घटिया रेशम सीड हमें दिया और हमारे पले बढ़े रेशम कीट, जिन्हें तैयार करने में हमारी एक माह की मेहनत लगी वह रेशम कीट मर जाने से हमें काफी नुकसान झेलना पड़ा है।
पंचायत बरेवी तथा सोलकी के किसान रविदर कुमार, धर्मपाल, विमला देवी, काकू, चुन्नीलाल के अलावा सरपंच बरेवी डोगर नाथ ने किसानों के इस नुकसान को लेकर सेरीकल्चर विभाग को जिम्मेदार ठहराया तथा कहा कि इस बार भी घटिया रेशम सीड किसानों को देखकर उनसे धोखा किया गया है जिससे किसानों की न केवल मेहनत बर्बाद गई बल्कि उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ा।
वहीं सरपंच ने कहा कि किसान हर सीजन में बड़े पैमाने पर रेशम खूपटी तैयार कर 30 से 40 हजार रुपए की कमाई करते थे, लेकिन इस बार फिर किसानों को रेशम कीट मरने से निराशा हाथ लगी है। उन्होंने कहा कि सेरीकल्चर विभाग के इंचार्ज अधिकारियों को भी रेशम कीट के बीमार होने की सूचना दी गई लेकिन उन्होंने नजर अंदाज किया जिसका खामियाजा अब किसानों को भुगतना पड़ा है वहीं प्रभावित किसानों ने नुकसान व मेहनत के मुताबिक मुआवजा जारी करने की सेरीकल्चर विभाग से मांग की है।
इस संबंध में सेरीकल्चर विभाग के सर्कल अधिकारी मुहम्मद रशीद का कहना है कि रेशम कीट पालकों की फसल के नुकसान संबंधित रिपोर्ट तैयार करके उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी और मामले की जांच कर मुआवजा दिलाने का उचित प्रयास होगा।