पेयजल योजनाएं ठप, ग्रामीण दो बूंद पानी को तरसे
संवाद सहयोगी कालाकोट क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से भूजल का स्तर काफी नीचे चला
संवाद सहयोगी, कालाकोट: क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से भूजल का स्तर काफी नीचे चला गया है। इसके कारण पानी की कई योजनाएं भी ठप हो गई है, जिससे इलाके में पानी को लेकर हाहाकार की स्थिति हो गई है।
दरअसल, पीएचई की ग्रेविटी योजनाएं गांव जाटा माल्या, जाटा ब्राह्मना में सूख गई है, जिससे इन गांव में पानी का भारी संकट उत्पन्न हो गया है। लोग पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। ग्रामीण हाजी जुबेर, मकबूल हुसैन, श्यामलाल, जीत राज आदि ने बताया कि आग उगल रही गर्मी ने पानी के चश्मे जल स्त्रोत सब लील लिए हैं। पीएचई की ग्रेविटी योजनाएं भी जो लोगों की प्यास काफी हद तक बुझा रही थी, उसका स्तर भी काफी नीचे चले जाने से योजनाएं सूख गई हैं, जिससे पानी के संकट ने लोगों की परेशानी को काफी हद तक बढ़ा दिया है। आलम यह है कि लोग पानी की बूंद-बूंद को मोहताज हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को इस समय सारे कार्य छोड़कर पानी का प्रबंध करने के लिए एक डेढ़ किलोमीटर दूर जाकर उस चश्मे से करना पड़ता है, जिसमें थोड़ा बहुत पानी जहां निचले स्तर पर है। कुछ लोग मजबूरी में नाले तालाब का दूषित पानी को भी सेवन करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अगर मौसम का यही मिजाज रहा और बारिश न हुई तो पानी के लिए लोगों को घर बार भी छोड़कर गांव से पलायन करना पड़ सकता है।