Move to Jagran APP

पुंछ में बादल फटने से कई मकानों व दुकानों में घुसा पानी

संवाद सहयोगी पुंछ जिले में कई माह बाद हुई वर्षा के साथ बादल फटने से मंडी तहसील में बा

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jun 2022 06:10 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jun 2022 06:10 AM (IST)
पुंछ में बादल फटने से कई मकानों व दुकानों में घुसा पानी
पुंछ में बादल फटने से कई मकानों व दुकानों में घुसा पानी

संवाद सहयोगी, पुंछ : जिले में कई माह बाद हुई वर्षा के साथ बादल फटने से मंडी तहसील में बाढ़ जैसे हालत हो गए। अचानक बादल फटने से किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला। कई लोगों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई। कई दुकानों, मकानों और सरकारी इमारतों में पानी घुस गया और उनमें रखा सामान खराब हो गया।

loksabha election banner

शनिवार को सुबह जिले के पहाड़ी इलाकों में करीब आठ बजे मूसलधार वर्षा शुरू हो गई। बाद में पूरे जिले में वर्षा होने लगी। दस बजे के करीब बादल फटने के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। जानकारी के अनुसार मंडी तहसील के लोरन, सब्जियां में कई स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई, जिससे मंडी से पुंछ की तरफ बहती पुलस्त नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण नदी के किनारे बसे लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। वहीं, सड़कें जलमग्न हो गई। बाजारों की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई और घरों व दुकानों में पानी घुस गया। इससे स्थानीय लोगों को नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि दोपहर बाद बारिश रुक जाने के बाद स्थिति में नियंत्रण में हो गई। गनीमत रही कि किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ। लोरन गांव के लोगों ने बताया कि गांव के ज्यादातर लोग खेतों में खेती के काम में जुटे थे। बारिश तेज होने की वजह से सभी घरों की तरफ आ गए, जिससे जानी नुकसान नहीं हुआ।

रियासी में भी शुक्रवार रात को और फिर अगले दिन शनिवार को झमाझम बारिश ने तपती धरा को ठंडा और लू के थपेड़ों को खुशगवार झोंकों में बदल दिया है। इस बारिश को मानसून की दस्तक माना जा रहा है। पिछले कई दिन से गर्मी से बेहाल लोग बारिश को जितना तरस गए थे, इंद्रदेव ने बारिश की इस तरह कृपा की के इंसान ही नहीं मुरझाए पेड़ पौधों में भी जैसे नहीं उमंग भर गई। क्षेत्र में वीरवार रात की तुलना में शुक्रवार रात की बारिश अच्छी खासी रही। फिर सुबह से दोपहर बाद तक गरज चमक के साथ कभी तेज तो कभी हल्की बारिश का सिलसिला बना रहा। बारिश से हवाओं में ठंडक घुल गई तो वहीं पंखे की हवा भी ठंडी हो गई। बारिश के कारण वातावरण से धूल मिट्टी के कण भी जमीन पर आ गए, जिससे दृश्यता भी बेहतर हो गई। वैसे तो इस माह के अंत में मानसून का आगमन माना जा रहा था, लेकिन लोगों का कहना है कि इस बारिश के रूप में मानसून ने दस्तक दे दी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.