पीर पंजाल क्षेत्र को पहाड़ी विकास परिषद का दर्जा देने की मांग ने पकड़ा जोर
जागरण संवाददाता, पुंछ : विकास के लिए पीर पंजाल क्षेत्र को पहाड़ी विकास परिषद का दर्जा देन
जागरण संवाददाता, पुंछ :
विकास के लिए पीर पंजाल क्षेत्र को पहाड़ी विकास परिषद का दर्जा देने की मांग जोर पकड़ने लगी है। विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों के नेताओं को पीर पंजाल क्षेत्र के लोगों पीरपंजाल क्षेत्र जिसमें राजौरी व पुंछ दोनों जिले शामिल है उसे पहाड़ी विकास परिषद का दर्जा देने की उठाई है।
राज्यपाल द्वारा लद्दाख के लिए अलग संभाग की घोषणा करने के तुरंत बाद, पीर पंजाल क्षेत्र के लिए पहाड़ी विकास परिषद की मांग को दोहराते हुए अपनी आवाज को बुलंद करना शुरू कर दिया है। राजौरी के मुहम्मद फारूक ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा, लद्दाख के नेताओं को बधाई, जो इस क्षेत्र के लिए संभाग का दर्जा पाने में सफल रहे। पीर पंजाल क्षेत्र के नेताओं को इससे सबक सीखना चाहिए। एक अन्य सोशल मीडिया संदेश में जो वायरल हुआ, राजौरी के एक युवा ने लिखा, लद्दाख को संभाग का दर्जा देने का स्वागत है, लेकिन पीर पंजाल के खिलाफ भेदभाव को अब सहन नहीं किया जा सकता। पीर पंजाल का नेतृत्व कहां है, 70 वर्ष की आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि। वर्षो गुज्जर और पहाड़ी के नाम पर वोटों का बंटवारा ही है।
वरिष्ठ राजनेता और सरपंच, योगेश शर्मा ने कहा, लद्दाख के लिए संभाग का दर्जा उनकी लोगों की वास्तविक मांग थी। हम राज्यपाल प्रशासन को इसके लिए धन्यवाद देते हैं। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि पहाड़ी विकास परिषद देने के लिए राज्यपाल प्रशासन को हमारी मांग पर भी ध्यान देना चाहिए।
राजौरी के राज कुमार ने कहा कि कोट चारवाल, नरला बंबल, बाई नामबल, कोटली, मैथयानी, हरि चुमा और असंख्य अन्य क्षेत्रों में जाएं, ताकि यह पता चल सके की लोग किस तरह से अपनी जीवन जी रहे है। बिना किसी सुविधा के किस तरह से गुजारा हो रहा है। ऐसे क्षेत्रों का विकास तभी संभव हो सकता है जब हमारे क्षेत्र को पहाड़ी विकास परिषद का दर्जा मिलेगा।
पुंछ के मुहम्मद जावेद ने कहा कि पहाड़ी विकास परिषद का दर्जा क्षेत्र विकास को सुनिश्चित करेगा। हम लोगों के साथ सभी दलों के नेताओं व सरकारों ने भेदभाव ही किया है। हम लोगों को जल्द पहाड़ी विकास परिषद का दर्जा दिया जाए नहीं तो आने वाले दिनों में दोनों जिलों के लोग सड़कों पर होंगे और अपना हक लेकर ही दम लेंगे।