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कौन बनेगा ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र का सांसद, फैसला आज

- मतगणना परिणाम जानने की दो मुख्य उम्मीदवारों की उत्सुकता एक दिन पहले ही डाला कठुआ में

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 09:33 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 06:35 AM (IST)
कौन बनेगा ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र का सांसद, फैसला आज
कौन बनेगा ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र का सांसद, फैसला आज

- मतगणना परिणाम जानने की दो मुख्य उम्मीदवारों की उत्सुकता, एक दिन पहले ही डाला कठुआ में सैकड़ों समर्थकों सहित डेरा

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- गत चुनाव में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस के दिग्गज को हरा रचा था इतिहास

-दोपहर तक चुनाव परिणाम का रुझान सामने आ जाएगा फोटो सहित-11,12,13,14,15

जागरण संवाददाता, कठुआ : कौन होगा इस बार ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र का सांसद, इसका फैसला आज ईवीएम में पिछले 18 अप्रैल से बंद मतदाताओं के वोट की गिनती पूरी होने के साथ होगा। जिसके चलते ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र में हुए चुनाव का परिणाम जानने को इंतजार की घड़िया आज समाप्त हो जाएंगी। मतगणना कार्य सुबह 8 बजे मतगणना के केंद्र कठुआ डिग्री कॉलेज में शुरू होगा। दोपहर तक चुनाव परिणाम का रुझान सामने आ जाएगा।

चुनाव परिणाम को जानने के लिए यहां चुनाव में भाग्य आजमाने वाले उम्मीदवारों में उत्सुकता लगी है, वहीं उनसे कहीं ज्यादा मतदाताओं में भी उत्साह है, कौन जीतेगा और हारेगा, इसी को लेकर विगत एक माह से परिणाम जानने को लगे इंतजार की घड़ियां समाप्त हो जाएंगी और किए जा रहे हर किसी के दावों पर भी विराम लग जाएगा। चुनाव परिणाम जानने में उम्मीदवारों की उत्सुकता का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जीत के बहुत करीब दो मुख्य माने जाने वाले उम्मीदवार अपने समर्थकों सहित मतगणना शुरू होने से पहले 1 दिन कठुआ शहर में सैकड़ों समर्थकों सहित डेरा डाल लिए हैं। इनमें मुख्य रूप से पूर्व 2014 के संसदीय चुनाव में उम्मीदवार रहे भाजपा के डॉ. जितेंद्र सिंह, जिन्हें इस बार भी क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा उन्हें संसद में भेजने का पूरा भरोसा है। इसी के चलते पूरे तामझाम और सैकड़ों समर्थकों सहित वह बुधवार शाम को ही कठुआ में पहुंच गए हैं और मतगणना केंद्र में अपने समर्थकों की तैयारी को लेकर बैठकें शुरू कर दी हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके प्रतिद्वंदी उम्मीदवार काग्रेस के डॉक्टर विक्रमादित्य सिंह भी अपने समर्थकों सहित कठुआ में पहुंच गए हैं जो सुबह मतगणना शुरू होने के साथ ही पूरीे तैयारी के साथ अपने एजेंटों को मतगणना केंद्र में भेजेंगे। डॉ. जितेंद्र सिंह ने पिछली बार इस क्षेत्र से काग्रेस के राष्ट्रीय नेता गुलाम नबी आजाद को हराया था हालाकि उनकी जीत का अंतर 60 हजार के करीब था। डॉ. सिंह को कुल 4,86,822 और गुलाम नबी आजाद को कुल 4,26,340 वोट मिले थे लेकिन आजाद जैसे काग्रेस के दिग्गज को हराकर उनका राजनीतिक जीवन का भविष्य सुनहरी बनने जैसा साबित हुआ। इसी के चलते वो केंद्र में सबसे महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री बनाए गए। इस बार भी उन्हें भाजपा ने फिर मैदान में उतारा है, जिसके चलते जितेंद्र सिंह को अपनी जीत की पूरी उम्मीद है, वहीं काग्रेस के उम्मीदवार डॉक्टर विक्रमादित्य की पहली बार इस क्षेत्र से काग्रेस की ओर से उम्मीदवार है, को भी चुनाव में जीत की पूरी उम्मीद है। इसी उम्मीद और विश्वास के साथ वो भी एक दिन पहले ही मतगणना स्थल कठुआ में पहुंच कर परिणाम जानने के लिए उत्सुक है। उन्होंने अपने एजेंटों को मतगणना केंद्र में पूरी सक्रियता से काम करने के लिए कह दिया है। वहीं इस चुनाव की मतगणना में इस बार इसी क्षेत्र से 2 बार लगातार काग्रेस की टिकट से सांसद रह चुके डोगरा स्वाभिमान संगठन के उम्मीदवार चौधरी लाल सिंह भी चर्चा में रहेंगे। वो कितने वोट हासिल करेंगे, चुनाव परिणाम पर किस तरह का प्रभाव डालेंगे, यह अहम रहेगा। वह जितने ज्यादा वोट लेंगे, वो भाजपा को ही नुकसान करेंगे, अब कितना नुकसान करेंगे, यह चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा। उधर इस बार चुनाव में पीडीपी की ओर से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा गया है। जबकि पूर्व चुनाव में पीडीपी के उम्मीदवार ने इस क्षेत्र से 30,463 वोट लिए थे, क्षेत्रीय पार्टी को वो वोट इस संसदीय क्षेत्र में इस बार किसके पक्ष में जाएगा। ये भी अहम रहेगा, हालांकि इसकी उम्मीद कांग्रेस को है। चुनावी परिणाम में ये भी चर्चा का विषय बनेगा। उधर पैंथर्स पार्टी के हर्षदेव सिंह भी पहली बार इस क्षेत्र में संसदीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनका अपने रामनगर विधानसभा क्षेत्र में खासा प्रभाव है। हालाकि गत चुनाव में भाजपा ने रामनगर विधानसभा क्षेत्र से भी काफी संख्या में वोट हासिल कर लीड ली थी। इस बार खुद हर्षदेव सिंह मैदान में उतरने से क्या भाजपा फिर उतनी ही लीड लेगी, इसका परिणाम में जानने की उत्सुकता रहेगी। बसपा के इस बार नए उम्मीदवार तिलक राज भगत है, पहली बार चुनाव मैदान में उतरने से गत चुनाव में रहे पार्टी के उम्मीदवार से ज्यादा वोट हासिल करने की उम्मीद है और वो ये दावा भी कर चुके हैं लेकिन मतदाताओं ने इसके पक्ष में अपना फैसला सुनाया है, इसका फैसला तो वो गत 18 अप्रैल से ही ईवीएम में बंद चुके हैं। जिसका आज खुलासा होगा।


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