रावी में फंसी दो जिंदगियों के लिए पुलिस बनी फरिश्ता
जागरण संवाददाता, कठुआ : भारी अवैध खनन से मौत का कुआं साबित हो रहे रावी दरिया में बुधवार फिर दो लोगों
जागरण संवाददाता, कठुआ : भारी अवैध खनन से मौत का कुआं साबित हो रहे रावी दरिया में बुधवार फिर दो लोगों की जान आफत में फंस गई। मौत के करीब पहुंच चुके दोनों को बचाने के लिए कठुआ जिला पुलिस देवदूत बन कर रावी दरिया में पहुंच गई। जिला पुलिस प्रमुख एसएसपी श्रीधर पाटिल ने कठुआ के साथ लगते रावी दरिया में पानी के तेज बहाव में दो लोगों को टिपर सहित फंसने की सूचना मिलते ही उन्हें बचाने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश जारी किए। जिसके बाद बिना पल गवाए राहत व बचाव कार्य में जिला पुलिस के साथ एसडीआरएफ और सीआइएसएफ के जवान भी जुट गए। एसएसपी श्रीधर पाटिल की मौजूदगी में करीब तीन बजे शुरू हुआ राहत कार्य करीब दो घटे चला। इसके बाद दोनों चालकों को पुलिस ने रावी दरिया के तेज बहाव में फंसे होने पर सुरक्षित बचा लिया। करीब ढाई घंटे तक मौत के बिल्कुल करीब पहुंचे टिप्पर चालक और सह चालक को सुरक्षित बाहर निकलते ही जिला कठुआ पुलिस सहित एसडीआरएफ और सीआइएसएफ के जवानों का आभार जताया और कहा कि अगर एसएसपी के प्रयास उन्हें बचाने के लिए नहीं होते तो शायद उनका बचना मुश्किल था। पुलिस उनके लिए नई जिंदगी लेकर आई है। वो हमेशा इस पुलिस को नया जीवनदान देने के लिए आभारी रहेंगे। दरिया में फंसे दोंनों की पहचान सुरेंद्र सिंह पुत्र विजय सिंह निवासी ब्यास अमृतसर और लवप्रीत सिंह पुत्र लखविंद्र सिंह निवासी गुरदासपुर पंजाब के रूप में हुई है।
दोनों ने दरिया के बाद सुरक्षित बाहर निकलते हुए यहीं कहा कि वो पुलिस के प्रयास से मौत के मुंह से बचकर आ गए हैं। उन्होंने तो पूरी तरह से बचने की उम्मीद छोड़ दी थी। दोनों टिप्पर से रावी दरिया को पार कर रहे थे कि अचानक उनका टिपर भारी अवैध खनन से बने बड़े गड्ढे के कारण बनी पारंपरिक लीड से हटकर उसमें जा गिरा। जिससे पूरा टिपर उसमें डूब गया। इसी बीच सूचना मिलते कठुआ पुलिस उनके लिए देवदूत बन कर पहुंची। स्थानीय लोगों ने पुलिस के इस प्रयास से दो लोगों को मौत के मुहं से बचाने की सराहना की। जिले के एसएसपी के साथ इस राहत व बचाव कार्य में एएसपी नासिर अहमद खान, डीएसपी डी आरकेडी भगत भी साथ रहे।