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48 पंचायतों में आज बनाएंगे भविष्य के विकास की रूपरेखा

छठे दिवस में ग्रामीणों में भविष्य में विकास कार्यों की तेजी आने की उम्मीद के साथ संपन्न हो जाएगा। जिसके चलते आज भी गत दिवस की तरह 4

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Nov 2019 02:00 AM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 02:00 AM (IST)
48 पंचायतों में आज बनाएंगे भविष्य के विकास की रूपरेखा
48 पंचायतों में आज बनाएंगे भविष्य के विकास की रूपरेखा

जागरण संवाददाता,कठुआ : गांव की ओर कार्यक्रम का चरण शनिवार को ग्रामीणों में भविष्य में विकास कार्यों की तेजी आने की उम्मीद के साथ संपन्न हो जाएगा। इसके चलते 48 विजिटिग आफिसर जिले के तीन ब्लॉकों मढ़ीन, डिगा अंब और गुजरू नगरोटा की 48 पंचायत मुख्यालयों में ग्राम सभाएं करेंगे। पंचायत का भविष्य का नया प्लान भी पंचायत प्रतिनिधियों, 21 विभागों एवं ग्रामीणों की राय से तैयार करेंगे ताकि भविष्य में उन पर काम हो और लोगों को सुविधाएं प्रदान हो सके। गांव की ओर कार्यक्रम में अधिकारियों को ड्यूटी वाले पंचायतों में एक रात भी बिताने का मौका मिला। इससे उन्हें गांवों की समस्याओं को और भी नजदीक से जाना ताकि वो खुद स्थिति को जान कर उनके समाधान के लिए गंभीरता से प्रयास कर सके। सबसे अहम आम ग्रामीणों को भी गांव में पहुंचे उच्च अधिकारियों के समक्ष अपनी समस्याएं रखने का नजदीक से मौका मिला।

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आधार, राशन कार्ड व पेंशन न मिलने का उठाया मुद्दा

ग्रामीणों ने अपने गांव में पहुंचे अधिकारियों के समक्ष उन्हें सरकारी व्यवस्था से होने वाली परेशानियों से भी अवगत कराया। इसमें आधार, राशन कार्ड, पेंशन आदि नहीं मिलने की समस्याओं को भी अवगत कराने का मौका मिला। इसके अलावा केंद्र सरकार की रसोई गैस चूल्हा, मैरिज असिस्टेंस स्कीम, पीएम आवास और शौचालय निर्माण का अभी तक पूरा लाभ नहीं मिला। बिजली पानी की समस्याओं को भी उनके समक्ष रखा। अधिकारी भी ग्रामीणों को जमीनी स्तर पर पेश आनी वाली समस्याओं की सही तस्वीर से रूबरू हुए,क्योंकि इस दौरान अधिकारियों ने गांव में जाकर समस्याओं को भी देखा। इसके अलावा गांव में पूरे कार्यो का भी लोकापर्ण किया और कुछ नये के कार्य भी शुरू कराए।

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अधिकांश पंचायतों में ग्रामीणों ने जताई नाराजगी

अधिकतर पंचायतों में ग्रामीणों ने गांव की ओर कार्यक्रम के पहले चरण के काम न होने पर अधिकारियों से अपनी नाराजगी जताई। इसे बिना परिणाम के मात्र औपचारिकता वाला कार्यक्रम बताया। पंचायत घाटी में सरपंच पृथ्वीपाल सिंह ने अधिकारियों को यह कहकर अपने घर में बुलाकर बैठक की और कहा कि जब कार्य ही नहीं होने हैं तो ऐसे में बिना मतलब खर्च करने का कोई फायदा नहीं, इसलिए घर में ही बैठक करके अपना काम पूरा कर लें।

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विकास के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में अधिकारियों ने ग्रामीणों को शामिल किया बैक टू विलेज को सिर्फ विकास की टोह लेने तक ही सीमित न रखते हुए अधिकारियों ने ग्रामीणों को अन्य समाजिक एवं खेल गतिविधियों में भी शामिल कर उन्हें उनकी जिम्मेदारी से अवगत कराने का प्रयास किया।

मढ़ीन ब्लॉक में डीसी ओपी भगत ने ग्रामीणों को खेल गतिविधियों एवं पौधरोपण के प्रति प्रेरित करने के अलावा उन्हें संविधान के प्रति उनकी जिम्मेदारी बताते हुए उनकी शपथ भी दिलाई।


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