अमरनाथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात जवान खुद सुरक्षित नहीं
-बिजली पानी बरसात से बचने के लिए स्थायी शेड का अभाव - वीरान इलाकों में बनाई पोस्टों मे
-बिजली, पानी, बरसात से बचने के लिए स्थायी शेड का अभाव,
- वीरान इलाकों में बनाई पोस्टों में जहरीले सांपों का बना रहता है डर
फोटो सहित-17
राकेश शर्मा, कठुआ : जिले के हाईवे से गुजरने वाले श्री अमरनाथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा बल इस बार खुद सुरक्षित नहीं दिख रहे हैं। हालांकि जिला पुलिस ने अपनी ओर से नई रणनीति के तहत सुरक्षा मजबूत व सुनिश्चित बनाने के लिए जिले में कुछ नाके लगाए हैं, लेकिन वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों को रात के समय ड्यूटी देते वे सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जो मानवता की दृष्टि से भी मिलनी चाहिए। सुरक्षा मजबूत बनाने के लिए बनाए गए नाकों पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को बिजली, पानी, बरसात से बचने के लिए शेड एवं वीरान इलाकों में इन नाकों पर जहरीले सांप, बिच्छू आदि से बचने के लिए भी सुरक्षा नहीं की गई है। ऐसा लगता है कि पुलिस ने अब की बार अपनी ओर सुरक्षा का ये नया फार्मूला आनन-फानन में तैयार किया है, नाके लगाने से पहले वहां तैनात किए जाने वाले जवानों को सुविधाएं देने के लिए योजना तैयार नहीं की। यहीं कारण है कि विगत एक जुलाई से बनाए गए विशेष नाकों पर तैनात सुरक्षा बल के जवान सुविधाओं के अभाव में अपनी जान हथेली पर रख कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए दिन रात तैनात हैं, भले ही उनकी ये पहली ड्यूटी बनती है और उन्हें अपनी जान की परवाह किए बिना भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा हर हाल में करनी है, लेकिन मानवता की दृष्टि एवं जवानों को इस तरह से सख्त ड्यूटी देने पर भी सरकार मूल और आवश्यक सुविधाएं आवश्य देती है, जो शायद अभी ऐसे नाकों पर जवानों को नहीं मिल रही है। इससे उनके लिए भी खतरा बना है। विगत दिनों इस तरह के नाकों पर तैनात एक जवान को सांप ने डस लिया था, समय रहते तुरंत पता चलने पर उसे पुलिस ने विशेष एंबुलेंस से अस्पताल में पहुंचाया। ऐसे में पुलिस को पहले से ही इस तरह के प्रबंध करने चाहिए। वरिष्ठ एडवोकेट सुशील गुप्ता ने भी ऐसे नाकों पर तैनात जवानों की सुरक्षा एवं आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने की मांग की है। उनका कहना है कि हम सब की सुरक्षा करने वालों को तो आवश्यक सुविधाएं प्राथमिकता पर दी जानी चाहिए। अगर जवान सुरक्षित नहीं तो हम कैसे सुरक्षित होंगे।
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पूर्व बैठक में ऐसे व्यवस्था होनी चाहिए
हर साल यात्रा शुरू होने से पहले कठुआ जिला प्रशासन हाईवे से गुजरने वाले श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधाएं एवं सुरक्षा के विशेष प्रबंध करने का दावा विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर करता है। जिसमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा एक अहम मुद्दा रहता है। इसके लिए सुरक्षा कर्मी दिन रात हाईवे पर गश्त, पेट्रोलिंग के अलावा नाके लगाकर तैनात रहते हैं। इसके अलावा जिले में उपलब्ध बल के अलावा अतिरिक्त बल भी बुलाए जाते हैं। ऐसा हर साल यात्रा के दौरान जिला पुलिस प्रशासन करता है ताकि यात्रा सुखद एवं बिना किसी अप्रिय घटना घटे संपन्न हो जाए। इस बार जिला पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिगत नई रणनीति के तहत जो विशेष नाके लगाए हैं, वहां तैनात जवानों को भीषण गर्मी में बिना पंखे और रात को बिना बिजली के ड्यूटी देनी पड़ रही है। इनकी सुविधा व सुरक्षा के लिए बैठक में शायद कोई चर्चा नहीं हुई।
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विशेष नाकों पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को पेयजल का प्रबंध किया जा रहा है, वहां पर विशेष नाकों पर रोज ठंडे पानी से भरे वाटर कूलर पहुंचाने का क्रम शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा जहरीले सांप, बिच्छू से सुरक्षित रखने के लिए एक विशेष दवाई का स्प्रे नाकों के आसपास किया जाएगा। नई रणनीति के तहत अस्थायी विशेष नाकों पर रात को बिजली का बल्ब जलाना सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है, इसके लिए जवानों को विशेष बड़ी टार्च दी गई हैं, जो वो खुद आसपास की संदिग्ध गतिविधि देखे जाने पर जला कर देख सकते हैं, उनके नाके पर किसी की कोई रोशनी आदि से नजर न पड़े, इसलिए बल्ब आदि नहीं जलाया गया है।
-श्रीधर पाटिल, एसएसपी कठुआ