Move to Jagran APP

करतारपुर ननकाना साहिब कारिडोर खोलने पर सिखों ने किया स्वागत

जागरण संवाददाता, कठुआ : जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने करतारपुर ननकाना साहिब कारिडोर ख

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Dec 2018 09:28 PM (IST)Updated: Sun, 02 Dec 2018 09:28 PM (IST)
करतारपुर ननकाना साहिब कारिडोर खोलने पर सिखों ने किया स्वागत
करतारपुर ननकाना साहिब कारिडोर खोलने पर सिखों ने किया स्वागत

जागरण संवाददाता, कठुआ : जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने करतारपुर ननकाना साहिब कारिडोर खोलने स्वागत किया है। इसके लिए उन्होंने भारत व पाक सरकार का आभार जताया और कहा कि दोनों सरकारों के प्रयासों से भारत के विशेषकर सिखों की 70 साल पुरानी मांग पूरी हुई है। रविवार जिला गुरुद्वारा में आयोजित बैठक के उपरांत प्रबंधक कमेटी के प्रधान चरणजीत सिंह पोला ने कहा कि इस ऐतिहासिक फैसले का समूह सिख संगत सहित जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी स्वागत करती है और इसके लिए भारत व पाक सरकार का धन्यवाद जताती है। उन्होंने कहा कि 70 साल पहले बटवारे के दौरान 250 के करीब गुरुद्वारे उनसे बिछुड़ गए। जिनके दर्शन के लिए सिख कौम भारत के अलावा देश-विदेश के गुरुद्वारों में होने वाली अरदास के दौरान मांग करती रही है। जिसमें मुख्य रूप से गुरु नानक देव के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा प्रमुख था। जहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के 18 साल बिताए थे। इसके चलते उस गुरुद्वारा के प्रति करोड़ों सिख ही नहीं अन्य धर्मों के लोगों की भी आस्था रही है। इसे खोलने के लिए हालांकि पूर्व अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान भी प्रयास हुए, लेकिन किन्हीं कारणों से वो आगे नहीं बढ़ पाए। अब नवजोत सिंह सिद्धू के प्रयास से उक्त मांग पूरी हुई हैं। जिसका कई दशकों से इंतजार था। गुरु नानक देव जी किसी एक कौम के नहीं बल्कि समूह कौम के गुरु थे। गुरु नानक देव जी धर्मनिरपेक्ष की मिसाल रहे हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.