वकीलों को जेल में आरोपियों से नहीं मिलने दिया
जागरण संवाददाता, कठुआ : रसाना मामले में सोमवार को आरोपितों से मिलने गए उनके वकीलों क
जागरण संवाददाता, कठुआ : रसाना मामले में सोमवार को आरोपितों से मिलने गए उनके वकीलों को जेल में मिलने की अनुमति नहीं दी गई। वकीलों ने इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया।
बचाव पक्ष के वकील एके साहनी व असीम साहनी ने बताया कि वकील को अपने कलांइट से मिलने के लिए जेल में कोई बंदिश नहीं होती है, लेकिन कठुआ जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी। जबकि उनसे मिलने के लिए जेल के द्वार पर जांच की तमाम औपचारिकताएं भी जेल प्रशासन ने पूरी कराईं, लेकिन जब उनसे मिलने के लिए अंदर गए तो उन्हें मिलने के लिए मना कर दिया। जब इसका कारण पूछा गया तो जवाब मिला कि पीछे से ही आदेश है। एके साहनी ने कहा कि ये सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना है। इससे साबित होता है कि पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है। तभी ऐसे आदेश प्रशासन व पुलिस को सरकार दे रही है। उन्होंने कहा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर एक शख्स की संदिग्ध हालात में मौत हुई थी तो उसकी खुद मुख्यमंत्री ने न्यायायिक जांच कराने की सिफारिश की थी। जांच में वह बरी हो गए थे, तो ऐसे मामले में भी कुछ भी हो सकता है। इस मामले की भी सीबीआइ जांच होनी चाहिए।
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पहली सुनवाई के दौरान रहे सुरक्षा के कड़े प्रबंध :
रसाना मामले की सोमवार को पहली सुनवाई के दौरान अदालत में सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहे। कोर्ट परिसर में पहले से ही भारी संख्या में बल तैनात कर दिए गए थे। आम लोग भी इस बहुचर्चित मामले की पहली सुनवाई के दौरान एकत्र हुए थे। पूरा कोर्ट परिसर लोगों, पुलिस व मीडिया से भरा था।