जिले में संक्रमितों की तुलना में बढ़ा स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा
जागरण संवाददाता कठुआ कोरोना महामारी को लेकर जिले में राहत की खबर है। नए संक्रमितों की त
जागरण संवाददाता, कठुआ : कोरोना महामारी को लेकर जिले में राहत की खबर है। नए संक्रमितों की तुलना स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा बढ़ने लगा है। बीते छह दिन में जहां जिले में कुल 318 संक्रमित हुए, वहीं जिले में 542 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने से इस प्रकोप से राहत मिलती दिख रही है। शुक्रवार को भी जिले में कुल 4558 के किए गए टेस्ट में 23 संक्रमित पाए गए। वहीं पहले से संक्रमित 87 स्वस्थ भी हुए हैं। गत दिवस 38 संक्रमित मिले थे और 118 लोग स्वस्थ हुए थे। हालांकि शुक्रवार को 85 वर्षीय एक वृद्ध की मौत भी हुई है,जो हटली मोड़ क्षेत्र का रहने वाला था। उसका इलाज पंजाब में चल रहा था। इसी के साथ जिले में कोरोना से तीसरी लहर के दौरान मरने वालों की संख्या 6 हो गई है। वहीं, लखनपुर में कुल 3519 यात्रियों के कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें से 45 पाजिटिव पाए गए। इसमें से 14 दूसरे राज्य के निवासी थे, जिन्हें वापस उनके राज्यों के लिए लौटा दिया गया। जबकि 26 जम्मू कश्मीर के अन्य जिलों के पाए गए। कठुआ के लखनपुर में टेस्ट के दौरान 5 संक्रमित मिले। इसी तरह कठुआ रेलवे स्टेशन पर कुल 237 यात्रियों का टेस्ट किया गया। वहां एक यात्री संक्रमित पाया गया। अलग-अलग जगहों पर संक्रमित पाए गए सभी को होम आइसोलेशन में भेजा गया है। इसी बीच जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने की गति जहां कुछ कम हुई है, वहीं स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। लोग स्वयं भी बरत रहे सावधानी
सबसे अहम बात यह है कि संक्रमित तीन से चार दिन में स्वस्थ हो रहे हैं। इसके चलते इस बार जीएमसी में दूसरी लहर के दौरान कोरोना जैसा कहर नहीं है और इस बार संक्रमित होने वालों में पहले जैसा डर भी नहीं देखा जा रहा है। लोग अब इसे एक सामान्य संक्रमण की तरह लेने लगे हैं। इससे कैसे बचना है, इसका क्या इलाज है और कैसे रहना है, खुद लोग अनुभव करना शुरू कर दिए हैं। इसी के चलते इस तीसरी लहर में प्रकोप के बीच जहां संक्रमितों की संख्या बढ़ने का क्रम तेजी से जारी है, वहीं स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। सबसे राहत की बात ये है कि संक्रमित का इलाज घर में हो रहा है। इसी बीच प्रशासन अभी लोगों को कोरोना उचित व्यवहार की पालना करने के लिए अभी भी कह रहा है। हालांकि बाजारों में लोग सामान्य दिनों की तरह आ जा रहे हैं।