हीरानगर में नहीं हो रहा बिजली समस्या का समाधान
संवाद सहयोगी, हीरानगर : उपमंडल के सीमांत क्षेत्र में बिजली की समस्या पिछले सात सालों से बनी हुई ह
संवाद सहयोगी, हीरानगर : उपमंडल के सीमांत क्षेत्र में बिजली की समस्या पिछले सात सालों से बनी हुई है। खास कर गर्मी के दिनों में जब किसान धान की रोपाई के समय पंप सेटों से सिंचाई करते है। समस्या और भी गंभीर हो जाती है। इससे निपटने के लिए हालाकि, बिजली विभाग ने 10 साल पूर्व चकड़ा तथा राजबाग में दो रिसीविंग स्टेशन बनाने के लिए प्रपोजल बनाया था। बार-बार भेजने के बावजूद भी मंजूरी नहीं मिली। वर्तमान में हालात यह है कि हीरानगर, साझी मोड़, पहाड़पुर, छन्न रोड़ियां आदि चार रिसीविंग स्टेशन है। जो एक तो गर्मियों में ओवरलोड हो जाते हैं दूसरा ग्रिड में ट्रासफार्मर 50 एमवीए का यानी कम क्षमता वाला होने के कारण एक साथ सभी रिसीविंग स्टेशनों पर बिजली नहीं जाती और अघोषित कटौती की जाती है जिससे लोग परेशान है, बिजली की माग को लेकर अक्सर लोग प्रदर्शन करते है। क्या कहते है लोग
क्षेत्र निवासी राकेश कुमार, भारत भूषण, अशोक कुमार, तिलक राज, सरदार सिंह, अजीत कुमार का कहना है कि ओल्ड सांबा-कठुआ मार्ग के नीचे लोगों ने हजारों पंप सेट लगा रखे हैं, जिनकी हर साल संख्या बढ़ती जा रही है। दूसरा बीएसएफ द्वारा सीमा पर लगाई तारबंदी पर भी इन्हीं रिसीविंग स्टेशनों से बिजली जाती है।
गर्मियों में बिजली की समस्या बनी रहती है। संबंधित विभाग विभिन्न योजनाओं के तहत हर साल ट्रांसफार्मर खंभे तो लगाता है लेकिन रिसीविंग स्टेशन बना कर जल्द समस्या का समाधान करना चाहिए। कहां, कहा हैं रिसीविंग स्टेशन
हीरानगर उपमंडल के कुल 150 गावों में बिजली की सप्लाई बनाए रखने के लिए विभाग द्वारा सांझी मोड़ और पहाड़पुर में 10 एमवीए ट्रांसफार्मर के साथ 440 एम्पीयर क्षमता वाला रिसीविंग स्टेशन बनाया गया है जिस पर गर्मियों में 640 एम्पीयर तक लोड पहुंच जाता है। इसी तरह समान क्षमता के रिसीविंग स्टेशन विभाग द्वारा पहाड़पुर और छन्न रोड़ियां में बनाए गए हैं। यह सभी रिसीविंग स्टेशन गर्मियों के मौसम में 1000 पंप सेटों और कुल 27,720 कनेक्शनों से पड़ने वाले लोड के कारण ओवर लोड ही रहते हैं। कोट---
हीरानगर ग्रिड पर 50 एमवीए का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है जिस पर चारों रिसीविंग स्टेशन एक ही वे पर चलते है। जिससे ग्रिड ओवरलोड हो जाता है और एक एक रिसीविंग स्टेशन को बंद करना पड़ता है। इसी कारण समस्या बनी हुई है। ग्रिड में 100 एमवीए का ट्रासफार्मर लगाने से समाधान हो सकता है। इसके साथ चकड़ा और राजबाग में नए रिसीविंग स्टेशनों के लिए प्रपोजल भेजा गया है।
-रमन सिंह राठौर, एईई हीरानगर सबडिवीजन।