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निजी स्कूल ट्यूशन फीस न वसूले, नप ने किया प्रस्ताव पारित

शिक्षण संस्थान भी बंद रहने से निजी स्कूलों में विद्यार्थियों से प्रबंधकों द्वारा फीस वसूलने का मुद्?दा अभी भी बना हुआ है। हालांकि सरकार ने सिर्फ ट्यूशन फीसद ही वसूलने का आदेश जारी कियालेकिन कठुआ नगर परिषद के पार्षद इससे सहमत नहीं है और इसी के चलते नगर परिषद के प्रधान नरेश शर्मा ने लॉक डाउन की अ

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 12:02 AM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 12:02 AM (IST)
निजी स्कूल ट्यूशन फीस न वसूले, नप ने किया प्रस्ताव पारित
निजी स्कूल ट्यूशन फीस न वसूले, नप ने किया प्रस्ताव पारित

जागरण संवाददाता, कठुआ: लॉकडाउन के दौरान शिक्षण संस्थानों के बंद रहने के बावजूद निजी स्कूल प्रबंधक की ओर से फीस वसूले जाने का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि, सरकार ने सिर्फ ट्यूशन फीस ही वसूलने का आदेश जारी किया है, लेकिन कठुआ नगर परिषद के पार्षद इससे सहमत नहीं है।

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इसी के चलते नगर परिषद के प्रधान नरेश शर्मा ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान की विद्यार्थियों से फीस माफ करने की मांग को लेकर प्रदेश के उप राज्यपाल को पत्र लिखा है। नगर परिषद के कार्यालय में गत दिवस पार्षदों के साथ आयोजित बैठक के बाद फैसला लिया गया कि कोरोना महामारी के दौरान जब तक स्कूल बंद रहे हैं, तब तक बच्चों से ट्यूशन फीस नहीं ली जानी चाहिए, लेकिन स्कूल प्रबंधक अभी भी अभिभावकों पर फीस जमा कराने का दवाब बना रहे हैं। इससे कई अभिभावक परेशान हैं। काफी संख्या में अभिभावक फीस देने को तैयार नहीं हैं। पार्षदों ने बैठक में स्कूल बंद के दौरान ट्यूशन फीस वसूलने को अनुचित करार देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते स्कूल प्रबंधकों को बच्चों से फीस नहीं वसूलनी चाहिए।

पार्षदों ने अभिभावकों की परेशानी को देखते हुए बकायदा बैठक में प्रस्ताव पारित कर उपराज्यपाल को पत्र लिखकर फीस नहीं वसूलने का आदेश जारी करने की मांग की है, जबकि स्कूल प्रबंधक फीस लेने पर अड़े हुए हैं। कोट्स---

स्कूल प्रबंधक शिक्षा विभाग के आदेश एवं नियम के अनुसार ही फीस ले रहे हैं। ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं, उसके बाद भी स्कूल प्रबंधक सिर्फ ट्यूशन फीस वसूल रहे हैं, जिससे उनके अध्यापकों को वेतन दिया जा सके।

-सतपाल मंसोत्रा, प्रधान, जिला प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, कठुआ। कोट्स---

स्कूल प्रबंधक फीस न देने पर बच्चों के वाट्सएप नंबर डीलिट करने का दबाव बनाकर उन्हें परेशान कर रहे हैं, हालांकि जब स्कूल लगा ही नहीं तो फीस किस बात की, अगर ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं तो पहले टू जी के कारण उस तरीके से बच्चों को सुविधा नहीं मिल रही है, जैसी मिलनी चाहिए, फिर भी अभिभावक सिर्फ 20 फीसद ट्यूशन फीस देने को तैयार है, क्योंकि स्कूल प्रबंधक उससे अध्यापकों का वेतन जारी कर सकता है। प्रशासन को भी अभिभावक लिखित में दे चुके हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन ने कोई आदेश माफ करने का जारी नहीं किया है। इसी कारण बड़ी संख्या में अभिभावक फीस नहीं दे रहे हैं।

-करण सिंह, अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल पैरेंट्स एसोसिएशन, कठुआ। कोट्स---

शहर के कई अभिभावक लॉकडाउन के दौरान बंद रहे स्कूलों से फीस नहीं वसूलने का मुद्दा लेकर आ रहे हैं। जिसके बाद उन्होंने सभी पार्षदों के साथ बैठक कर स्कूल प्रबंधकों द्वारा बंद रहे स्कूल की फीस नहीं वसूलने संबंधी उप राज्यपाल को पत्र लिखा है, ताकि अभिभावकों को भी राहत मिले। इसमें कई अभिभावक ऐसे भी हैं,जो खुद भी लॉकडाउन से प्रभावित हैं।

-नरेश शर्मा, प्रधान, नप कठुआ।


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