पीएचई विभाग के अस्थायी कर्मियों की कोई सुध नहीं ले रहा
जागरण संवाददाता कठुआ बकाया वेतन जारी किए जाने व दशकों तक सेवा दिए जाने के बाद भी निय
जागरण संवाददाता, कठुआ : बकाया वेतन जारी किए जाने व दशकों तक सेवा दिए जाने के बाद भी नियमित न किए जाने से नाराज पीएचई विभाग के अस्थायी कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। शुक्रवार को विभाग के एक्सईएन कार्यालय में हड़ताली कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार से उनकी सुध लिए जाने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे जिला प्रधान शिव नारायण सिंह ने कहा कि गत 7 सितंबर से अपनी मांगों को लेकर उनके साथियों से पूरे राज्य में हड़ताल कर रखी है। ताकि विभाग में अपनी सेवा दे रहे हजारों कर्मचारियों का उनका 55 महीनों से ज्यादा का बकाया वेतन जारी किया जाए। इसके अलावा लगातार विभाग में सात साल से ज्यादा समय से सेवा दे रहे उनके साथियों को नियमित किया जाए। लेकिन सरकार ने अब तक न तो उनका बकाया वेतन जारी किया है और न ही नियमित किए जाने के लिए कोई पहल की है। हालांकि वर्ष 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की सरकार ने एसआरओ 520 लाकर कर्मचारियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करने का दावा किया लेकिन उन्हें इसका भी लाभ अभी तक नहीं दिया गया। जिसके चलते उनके साथ काम करने वाले अस्थायी कर्मचारियों की अब भूखों मरने की नौबत आ गई है। कर्मचारियों की हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि काफी कर्मचारियों के पास अब इतने भी पैसे नहीं की वह किराया खर्च कर कठुआ में होने वाले धरना प्रदर्शन में शरीक हो सके। गत दिनों दिल्ली के जंतर-मंतर में दिए गए तीन दिवसीय धरने के बाद केंद्र सरकार से उन्हें आश्वासन मिला था कि इस बारे में राज्यपाल जल्द ही कोई निर्णय लेंगे। लिहाजा अभी उनका केंद्रीय नेतृत्व इस मामले में उनके पक्ष का इंतजार कर रहा है। अगर इस बार भी उनके साथ धोखा हुआ तो पूरे राज्य में संवैधानिक रूप से हड़ताल पर बैठे कर्मचारी उग्र हो सकते हैं।