Kathua: खनन पर लगी रोके के विरोध में पंचायत प्रतिनिधियों का प्रदर्शन
पंचायत प्रतिनिधियों ने खनन पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वो उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।
संवाद सहयोगी, बसोहली : नदी -नालों से रेत-बजरी निकाले पर लगी रोक का पंचायत प्रतिनिधियों ने भी विरोध शुरू कर दिया है। रेत-बजरी के अभाव में पंचायतों में विकास कार्य अधर में लटक गए हैं। इससे पंचायत प्रतिनिधियों में सरकार के इस फैसले के खिलाफ रोष पनप रहा है।
पंचायत प्रतिनिधियों ने खनन पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वो उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। प्रदर्शन से आम जनता को हाने वाली परेशानियों के लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।
वीडीसी चेयरमैन कार्यालय पलाही में शुक्रवार को पंचायत प्रतिनिधियों ने बैठक कर खनन पर लगी रोक हटाने पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान सरपंचों ने कहा कि लोग विकास पूछ रहे हैं, लेकिन विकास कार्य कैसे हों जब निर्माण सामग्री ही उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने स्तर पर जिला उपायुक्त एडीसी दरबार में इस मुद्दे को उठा चुके मगर प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
सरपंच बिना काम के रह गये हैं। लोगों के घरों का काम नहीं चल रहा है। मजदूर मिस्त्री बेकार हो गए हैं। वहीं खनन से रोजी रोटी कमाने वाले मजदूर कई माह से दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। ट्रक, टिप्पर के पहिये ठप हो गए हैं। उन्होंने सरकार से प्रथम चरण में नदी-नालों से खनन पर लगी रोक को हटाने की मांग की।
इस दौरान सरपंचों ने प्रदर्शन भी किया। इस अवसर पर सरपंच पलाख प्रीतम सिंह, नायब सरपंच प्रेहता अजीत सिंह, ठेकेदार एसोसिएशन के जगदेव सिंह, एवं दर्जनों पंच भी मौजूद रहे।