हीरानगर सेक्टर में पाक ने तीसरे दिन भी की गोलाबारी
संवाद सहयोगी हीरानगर कठुआ के हीरानगर सेक्टर के रठुआ पानसर व मनयारी गांवों में तीसरे दिन भी पाकिस्तानी रेंजर्स ने आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए गोलाबारी की।
संवाद सहयोगी, हीरानगर : कठुआ के हीरानगर सेक्टर के रठुआ, पानसर व मनयारी गांवों में तीसरे दिन भी पाकिस्तानी रेंजर्स ने आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए गोलाबारी की। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया।
वीरवार शाम करीब साढ़े आठ बजे लोग खाना खा रहे थे तभी पाक रेंजर्स ने बीका चक व अभियाल डोगरा पोस्टों से मोर्टार व छोटे हथियारों से गोलाबारी शुरू कर दी। गोलाबारी से लोगों में हड़कंप मच गया और वह अपने घरों के अंदर दुबक गए। मोर्टार गिरने से दो मकानों को नुकसान पहुंचा, जबकि एक भैंस घायल हो गई। वीरवार सुबह करीब साढ़े चार बजे गोलाबारी बंद हो जाने से लोगों ने राहत की सांस ली थी। सुबह ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के चेयरमैन करण कुमार, सरपंच भारत भूषण, सरपंच मोहन लाल, कुलदीप राज, विजय कुमार व जगदीश सिंह लोगों का हाल जानने के लिए पंहुचे थे।
रठुआ निवासी स्वर्गीय बोधराज की पत्नी कुंती देवी ने बताया कि गोलाबारी से बचाने के लिए उसने अपनी भैंस बिना छत के पक्के कमरे में बांधी थी और खुद दूसरी जगह कच्चे मकान में थी। तभी एक मोर्टार मकान के अंदर गिरा और दीवार को चीरता हुआ दूसरी तरफ निकल गया, जिससे अंदर बंधी भैंस घायल हो गई। कुंती देवी ने बताया कि चार साल पूर्व ग्रामीण विकास विभाग ने मकान बनाने के लिए इंदिरा आवास योजना के तहत 75 हजार रुपए मंजूर किए थे। पहली किश्त में 20 हजार रुपये जारी किए थे, जिससे दीवारें तो खड़ी कर दी, लेकिन छत के लिए पैसा नहीं मिला।
गांव के पंच सुरेंद्र कुमार के घर पर भी एक मोर्टार गिरा, लेकिन परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। सुरेंद्र ने बताया कि गोलाबारी शुरू होते ही बाहर घूम रहे बच्चों को लेकर मकान के अंदर आया तो आंगन में जोरदार धमाका हुआ, जिससे आसपास के मकानों की दीवारें छलनी हो गई। तीन दिन से हो रही गोलाबारी से करीब 10 मोर्टार गांव के अंदर गिरे हैं। अगर गोलाबारी जारी रही तो जानी नुकसान हो सकता है। गांव में बंकर निर्माण कार्य भी अधर में लटका है। प्रशासन को इसे जल्द बनाना चाहिए।