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नहीं ट्रैफिक पुलिस की परवाह, धड़ल्ले से हो रही ओवरलोडिंग

हा मेटाडोर हो या ऑटो कोई भी ओवरलोडिंग करने से परहेज नहीं करता है।

By Edited By: Published: Mon, 21 May 2018 07:21 PM (IST)Updated: Mon, 28 May 2018 04:33 PM (IST)
नहीं ट्रैफिक पुलिस की परवाह, धड़ल्ले से हो रही ओवरलोडिंग
नहीं ट्रैफिक पुलिस की परवाह, धड़ल्ले से हो रही ओवरलोडिंग

संवाद सहयोगी,बिलावर । यहा बिलावर में ट्रैफिक पुलिस की परवाह किसी को नहीं है। लोग सरेआम ओवरलोडिंग कर पुलिस के सामने नियमों की धज्जिया उड़ाते है। कुछ ऐसा ही नजारा बिलावर के कटली रूट और किशनपुर का है। यहा मेटाडोर हो या ऑटो कोई भी ओवरलोडिंग करने से परहेज नहीं करता है।

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यहा नियम कानूनों की धज्जिया सरेआम उड़ाई जाती है। उपजिला बिलावर के पहाड़ी रूट बिलावर कटली और बिलावर मशेडी के अलावा किशनपुर रूट पर चलने वाले ऑटो स्कूल में छुट्टी होने के बाद बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह ओवरलोड कर ले जाते है। जो नियमों को ठेंगा दिखाते हुए अधिक से अधिक पैसे कमाने के चक्कर में ओवरलोडिंग करते है। ऐसे में लोगो की सुरक्षा राम भरोसे ही है।

ट्रैफिक पुलिस बिलावर में सिर्फ खानपूर्ति करने आती है। ओवरलोड वाहन अमूमन बिलावर के अलग अलग रूटों पर चलते है। ना ही ट्रैफिक पुलिस कोई कारवाई करती है। ना ही ओवर लोडिंग से निपटने के लिए गाड़ियों की संख्या को बढ़ाया जाता है। - राम दास। पहाड़ी रूटों कटली और मशेडी में सुरक्षा नाम की कोई चीज नहीं है। यहा यात्रियों को भेड़-बकरियों की तरह मेटाडोर पर चढ़ाया जाता है।

जिनकी सुरक्षा राम भरोसे पर ही है। -राज कुमार। गर्मियों में स्कूलों की समय सारणी के कारण अधिकतर आटो ओवरलोड होते है। यहा छात्रों को आटो के पीछे लटके हुए देखा जाना आम हो गया है। -सुभाष चंद्र। पुलिस हर रोज नाके लगाती है। यहा हर रोज दो पहिया हो या कोई भी वाहन हो उनके चालान काटे जाते है। इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। - अमित सांगडा, एसएसओ, बिलावर


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