सुविधाओं के अभाव से सरकारी स्कूलों के बच्चों की नहीं बढ़ रही संख्या
संवाद सहयोगी हीरानगर ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने गावों में स्क
संवाद सहयोगी, हीरानगर : ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने गावों में स्कूल खोल दिए हैं। उनमें पर्याप्त सुविधाएं न मिलने से अधिकतर तो क्लब हो चुके हैं, जो अभी चल रहे हैं उनमें भी सुविधाओं का अभाव है। ऐसा ही एक स्कूल है लोंडी पंचायत के अंतर्गत बाना चक का प्राइमरी स्कूल। यहा तीन शिक्षक नियुक्ति हैं और बच्चों की संख्या सात है। अभी तक स्कूल की चारदीवारी नहीं हुई और न ही पानी पीने के लिए कोई छैलो हैंडपंप लगाया गया है। उक्त गाव के निवासी सहदेव सिंह, शाम सिंह, अनिल सिंह, सूरत सिंह का कहना है कि सरकार ने गावों में स्कूल खोल कर खाना पूर्ति कर दी है। वहा सुविधाएं मुहैया नहीं कराई। चारदीवारी नहीं होने से लावारिस पशु, घूमते रहते हैं। शौचालय भी बने हैं मगर पानी की व्यवस्था नहीं। एसी हालत में कौन पढ़ाएगा अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में। अगर स्कूल नहीं चलाने हैं तो सरकार को स्कूलों की इमारतों में अन्य विभागों के कार्यालय खोल देने चाहिए। वहीं स्कूल के मुख्य अध्यापक बलवंत सिंह का कहना है कि स्कूल की चारदीवारी तथा पंप लगाने के लिए लिख कर उच्चाधिकारियों को भेजा है। इस समय स्कूल में सात बच्चे पढ़ रहे हैं जो गुज्जर समुदाय के हैं। कुछ बच्चे बाहरी मजदूरों के भी आते हैं उनके पास सर्टीफिकेट नहीं। गावों के लोगों से बैठकें कर उनसे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने की सलाह दी थी। इसके बावजूद भी संख्या नहीं बढ़ी।
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