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एनएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी

जागरण संवाददाता, कठुआ : स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन बुधवार भी जारी रही। कर

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 07:16 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 07:16 PM (IST)
एनएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी

जागरण संवाददाता, कठुआ : स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन बुधवार भी जारी रही। कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जिला अस्पताल परिसर में नारेबाजी की और सरकार से उनकी जायज व लंबित मांगों को जल्द पूरा करने की मांग उठाई। इसमें मुख्य मांग उनकी सेवाएं नियमित करना रही। नारेबाजी कर रहे कर्मियों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा, इसके लिए चाहे उन्हें कितने भी दिन धरना क्यों न देना पड़े। धरने पर मौजूद ऑल जम्मू एंड कश्मीर नेशनल हेल्थ मिशन इंप्लाइज एसोसिएशन जिला कठुआ के प्रधान धीरज सिंह ने बताया कि सरकार बार-बार आश्वासन देकर उनकी जायज व लंबित मांग को पूरा करने में कदम नहीं बढ़ा रही है। जिसके चलते उन्हें धरने व हड़ताल का आयोजन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जब कि उन्होंने गत वर्ष 2018 में भी संघर्ष किया था, तब पूर्व सरकार में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री ने एनएचएम कर्मियों को क्रमवार स्थायी करने की प्रक्रिया शुरू करने की बात मानी थी, लेकिन उसके बाद प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। राज्य में इस समय सरकार की योजना के तहत वर्ष 2007 से 9 हजार कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि शुरू-शुरू में उनका वेतन बहुत कम था, लेकिन सरकार ने अपनी जरूरत को देखते हुए उनका वेतन समय-सयम पर बढ़ाया। इसी के साथ स्थायी होने की आस में उनके कर्मी लगातार अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं, लेकिन पक्का करने के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई। इसके साथ ही योजना के तहत नियुक्त पुरुष फार्मासिस्ट और महिला नर्सिग स्टाफ ग्रेड एक जैसा है, लेकिन महिला नर्स को उनसे अतिरिक्त वेतन देकर दोनों में सम्मान ग्रेड होते हुए भी भेदभाव की नीति बना रखी है, जबकि दोनों का वेतन बराबर होना चाहिए, क्योंकि पुरुष फार्मासिस्ट के लिए बनी जैसे दूरदराज क्षेत्र में 13 हजार में नौकरी करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि उनकी एसोसिएशन की राज्यपाल से भी बात हुई है लेकिन उनसे भी हुई बातचीत में उनकी मांग को पूरा करने के लिए कोई स्पष्ट बात नहीं दिख रही है, सरकार उनसे अभी आठ दिन का समय मांग रही है, लेकिन वो अपना धरना आठ दिन तक जारी रखेंगे, अगर इस दौरान भी मांगें पूरी नहीं हुई तो वह हड़ताल को जारी रखने का फैसला लेंगे।

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हड़ताल से स्वास्थ सेवाओं पर आंशिक असर

कठुआ : जिला में 350 एनएचएम कर्मियों की काम छोड़ हड़ताल से स्वास्थ सेवाओं पर विशेषकर जिला अस्पताल में आंशिक प्रभाव पड़ रहा है, हालांकि विभाग के अधिकारी हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं में कोई भी प्रभाव नहीं पड़ने का दावा कर रहे हैं। जबकि विभाग के कई स्वास्थ्य केंद्र जहां सिर्फ एनएचएम कर्मी ही काम करते हैं, हड़ताल से बंद पड़े हैं। शहर में अर्बन पीएचसी पर हड़ताल के चलते ताले झूल रहे हैं। शहर की कृष्णा कालोनी स्थित अर्बन पीएचसी में हड़ताल के चलते बुधवार ताला झूलता मिला। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र के कई स्वास्थ केंद्र एनएचएम कर्मियों के सहारे ही चलते हैं, वहां भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।

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एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं प्रभावित नहीं हो रही हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पतालों में सेवाएं सुचारु चल रही हैं। अगर वो हड़ताल पर हैं तो उनकी जगह स्थायी कर्मी काम कर रहे हैं। अर्बन पीएचसी में कर्मी नहीं होने से किसी भी मरीज को असुविधा नहीं है, उसके लिए शहर में दो सरकारी अस्पताल के अलावा और कई भी विकल्प है।

-डॉ. अशोक चौधरी, सीएमओ,कठुआ


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