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अधिकारियों को ग्रामीणों ने सुनाई समस्याएं

बैक टू विलेज योजना कार्यक्रम के चरण 2 के तहत पहले दिन बसोहली ब्लाक और पूंड ब्लाक में लोगों ने उपस्थित अधिकारियों को अपनी समस्याएं बताई। बसोहली ब्लाक की पंचायत नगरोटा परेता के पंचायत घर में एईओ सुरेंद्र कुमार ने बैक टू विलेज के चरण 2 में लोगों की समस्याओं को गौर से सुना। सबसे पहले गांव के

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 07:57 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 07:57 PM (IST)
अधिकारियों को ग्रामीणों ने सुनाई समस्याएं
अधिकारियों को ग्रामीणों ने सुनाई समस्याएं

संवाद सहयोगी, बसोहली : बैक टू विलेज योजना-दो के तहत पहले दिन यानि सोमवार को पहुंचे अधिकारियों को बसोहली ब्लाक और पूंड ब्लाक में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं बताई।

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बसोहली ब्लाक की पंचायत नगरोटा परेता के पंचायत घर में एईओ सुरेंद्र कुमार ने समस्याओं को गौर से सुना। नायब सरपंच अजीत सिंह, ग्राम सेवक नंदेश्वर सिंह, सरपंच माया देवी ने सड़क का मुद्दा उठाया, रोड की सुविधा कम होने के कारण लोगों को कई प्रकार की परेशानियां झेलनी पड़ती है। नगरोटा से नकी और पैदोघट में सड़क को जोड़ा जाए, ताकि लोगों को परेशानी से राहत मिल पाए। पैदोघट में सबसे ज्यादा एससी और एसटी वर्ग के लोग रहते हैं।

दूसरा मुद्दा हायर सेकेंडरी स्कूल बनाने का ग्रामीणों ने उठाया। ग्रामीणों ने मिडिल स्कूल की हालत इतनी खस्ता है। सिर्फ दो ही कमरे बच्चों के बैठने के लिए, जबकि स्कूल में मौजूदा समय में 90 बच्चे है। उन्होंने बताया कि खमेथ, मियाली, खुडकू, परेता वार्ड 4 और परेता वार्ड नंबर 3 में पुल बन जाए तो लोगों को बरसात के मौसम में होने वाली मुश्किलों से राहत मिल पाएगी। बरसात के मौसम स्कूली बच्चों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ती है। नगरोटा से पलासी तक बनाई गई, नालियों को पक्का किया जाए। कच्ची नालियों के कारण लोगों की जमीन में भी बह जाती है। इससे लोगों को नुकसान हो रहा है। पलाही पंचायत में अधिकारी एईई पीएचई हरीष चंद शर्मा को लोगों ने बताया कि लंबे समय से गांव पठियारा में स्टेडियम बनाने की कार्रवाई हो रही है। पठियारा सड़क की हालत खराब है,जिससे ठीक करने के लिए कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई है। बाक्स----

ब्लाक पूंड में नहीं हुआ कोई भी काम, लोगों ने जताया रोष

जून माह में हुए बैक टू विलेज प्रोग्राम में बताई गई एक भी समस्या का हल न होने पर लोगों ने अपनी-पनी पंचायत में आए अधिकारियों के समक्ष रोष जताया। उन्होंने बताया कि सिर्फ डायरी तक ही काम लिखकर सीमित रहे। लिखी समस्या बाहर नहीं आई। जंदरैली पंचायत घर में लोगों ने अधिकारी को बताया कि जून माह में बैक टू विलेज में बताए गए एक भी काम नहीं हुआ है, जबकि एक साल हो गया। सांधर, डोडला, जानू, पीेकड़, पूंड में मनरेगा के तहत एक भी काम नहीं हुआ है। जानू में पानी की समस्या दूर नहीं हो पाई है। सांधर पंचायत घर में जिला रोजगार आफिसर के दुनी चंद भट्टी को गांव के सरपंच कल्याण सिंह ने बताया कि गांव की मुख्य सड़क की हालत इतनी खराब है कि चार पहिया वाहन चलाना भी मुश्किल हो जाता है। हेल्थ सेंटर में स्टाफ नहीं है। हाई स्कूल में स्टाफ नहीं है। सांधर के खबल और पीरड़ में दस घरों में बिजली नहीं है। गांव में गंदे पानी की सप्लाई चीरल नाले से होती है, वहीं गांव डोडला के सरपंच रतन सिंह ने वेटनरी डॉक्टर गुरुचरण सिंह को बताया कि पिछले बैक टू विलेज प्रोग्राम में 12 काम बताए गए थे, जिसमें से एक भी काम नहीं हुआ है। जानू पंचायत घर की सरपंच किरण बाला ने बताया कि सब सेंटर में दवाइयां तक नहीं है, ऐसे में मरीजों को परेशानी होती है।


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