यात्री वाहन नहीं चलने से बढ़ी परेशानी
लिए चल रहे देशव्यापी लाकडाउन चार के दौरान सरकार द्वारा दुकानों को खोलने की अनुमति दिए जाने से लोगों थोड़ी राहत महसूस कर रहे हैं मगर कस्बों में अभी
संवाद सहयोगी, हीरानगर: देशव्यापी लॉकडाउन में दुकानों को खोलने की अनुमति दिए जाने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन कस्बों में लोगों की आवाजाही बहुत कम है, क्योंकि यात्री वाहन नहीं चलने से लोग कस्बों में नहीं पहुंच पा रहे है। जिन लोगों के पास निजी वाहन है, उन्हें कोई दिक्कत नहीं लेकिन ज्यादा मुश्किल दूर दराज गांवों के गरीब लोगों को आ रही है जो अक्सर यात्री वाहनो पर ही आते जाते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि दो माह से मिनी बसे बंद है। लॉकडाउन में छूट मिलने के बावजूद सरकारी कार्यालयों व अस्पतालों में पैदल जाना पड़ता है। अगर ज्यादा नहीं तो विभिन्न रूटों पर दिन में कुछ मिनी बसें चलानी चाहिए, ताकि लोग जरूरी वस्तुएं खरीद सकें। क्षेत्र निवासी फकीर चंद, जगदेव सिंह, दर्शन लाल, महेंद्र पाल, सुभाष सिंह का कहना है कि हीरानगर से कोटपुन्नू, पहाड़पुर से हीरानगर 18 किलोमीटर, पानसर से 15 किलोमीटर, डींगा अंब से 18 किलोमीटर दूर है। मिनी बसें नहीं चलने से लोग खरीदारी या सरकारी कार्यालय तक पैदल नहीं पंहुच पाते, मजबूरी में अगर पहुंच भी जाएं तो सामान्य वेगेरह सिर पर उठा कर ला नहीं सकते। खासकर बीमार लोग अस्पतालों तक नहीं पहुंच पाते। उन्होंने कहा कि हीरानगर उपमंडल के विभिन्न रूटों पर सौ के करीब मिनी बसें चलती हैं। प्रतिदिन प्रत्येक रूट पर चंद बसें चलाने के लिए सरकार को विचार करना चाहिए।
इस संबंध एसडीएम राकेश कुमार का कहना है कि लोगों की मांग से डीसी को अवगत कराया जाएगा।