करवा चौथ त्योहार पर ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल
करवाचौथ त्यौहार के मौके पर ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल से आज महिलाओं को और परेशानियां बढ़ेंगी। आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोई यात्री बस नहीं चलेगी। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आह्वान पर पूरे संभाग में चक्क जाम का आह्वान किए जाने पूरे जिला में तमाम यात्री वाहन नहीं चलेंगे। इधर त्योहार के मौके पर महिलाओं का रिश्तेदारों सहित अन्य घरों में त्योहार का
जागरण संवाददाता, कठुआ: करवाचौथ त्यौहार के मौके पर ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल से आज महिलाओं को और परेशानियां बढ़ेंगी। आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोई यात्री बस नहीं चलेगी। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आह्वान पर पूरे संभाग में चक्क जाम का आह्वान किए जाने पूरे जिला में तमाम यात्री वाहन नहीं चलेंगे। इधर त्योहार के मौके पर महिलाओं का रिश्तेदारों सहित अन्य घरों में त्योहार का सामान आदान प्रदान करने की परंपरा है। ऐसे में यात्री बसों की हड़ताली से त्योहार के उत्साह में कमी आएगी। वहीं खरीदारी करने के लिए भी बाजारों में आने जाने के लिए महिलाओं को असुविधा होगी। वहीं सरकारी कार्यालयों में काम करने वाली महिलाएं, जो यात्री बसों से कार्यालयों में पहुंचती है, एसे में उनको भी पहुंचने में मुश्किलें आएंगी। हड़ताल का त्योहार की रौनक पर असर पड़ने के साथ-साथ सामान्य जनजीवन भी प्रभावित होगा। जिला कठुआ में प्रतिदिन 300 के करीब बड़ी यात्री बसें एवं एक हजार के करीब मिनी बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ती हैं। जिससे चारों और यात्री वाहनों के आवागमन से भी सड़कों पर रौनक का माहौल रहता है। सरकारी शिक्षण संस्थानों में भी आधे से ज्यादा संख्या में विद्यार्थी भी प्रतिदिन दौड़ने वाली परिवहन सुविधा लेते हैं। शहर में आज खरीदारी के लिए महिलाओं को बसों की हड़ताल से पहुंचने के लिए दो चार होना पड़ सकता है। वहीं हड़ताल से निपटने के लिए सरकार की ओर से कोइ प्रबंध नहीं किए गए हैं। जिससे आम लोग भी परेशान रहेंगे। हालांकि बीच-बीच में इक्का दुक्का वाहन हाइवे पर ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले वाहनों का सहारा लेते रहे,लेकिन उन्हें सीधे जम्मू पहुंचने के लिए सीधी बस सेवा नहीं मिल पा रही है। बाक्स---
तीसरे दिन भी नहीं दौड़ी दैनिक यात्री बसें
जिले में प्रतिदिन कठुआ और जम्मू के बीच दौड़ने वाली 300 के करीब बसें ट्रांसपोर्टरों की सरोर टोल प्लाजा बंद करने की मांग को लेकर जारी हड़ताल के कारण तीसरे दिन भी हाइवे पर नहीं दौड़ी। जिससे दैनिक यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को त्योहार के मौके पर हुई। इस त्योहार पर यात्री बसें यात्रियों से भरी रहती हैं। इसके अलावा स्कूल पहुंचने वाले विद्यार्थियों को भी दो चार होना पड़ा। वहीं सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारी भी बसों की लगातार हड़ताल से कार्यालयों में पहुंचने के लिए परेशान हो रहे हैं। जिन्हें निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। कठुआ से जम्मू आने और जाने वाले यात्री ज्यादातर अब ट्रेन का सहारा ले रहे हैं। जिससे रेलवे स्टेशन पर पहले से ज्यादा यात्री पहुंच रहे हैं।