मौसम हुआ साफ, पहाड़ी क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें बरकरार
शनिवार मौसम साफ रहा। जिससे लोगों ने राहत पाईहालांकि पहाड़ी क्षेत्र में लोगों मुशकिलें बन गई है भारी बारिश के कारण बनी क्षेत्र में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। गांव जिनमें गुट्टू डग्गर रौलका गांव में बिजली सप्लाई 2 दिन से बंद है तो बनी बसोहली सड़क मार्ग भी बीते कल बंद हो
जागरण टीम, बनी/बसोहली: दो दिन हुई मूसलधार बारिश के बाद शनिवार को मौसम साफ रहा, जिससे लोगों को राहत मिली। हालांकि, पहाड़ी क्षेत्र में लोगों मुश्किलें बरकरार है। आलम यह है कि मूसलधार बारिश के कारण बनी क्षेत्र में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है।
रौलका गांव के गुट्टू डग्गर में बिजली सप्लाई दो दिन से बंद है, बनी- बसोहली सड़क मार्ग बंद हो जाने के कारण कोई भी वाहन बनी से कठुआ व जम्मू से बनी के लिए नहीं पहुंचा। अगर बनी में किसी को इमरजेंसी या मरीज को रेफर करना पड़ जाए तो मार्ग बंद हो जाने के कारण जा नहीं सकता है।
इसी तरह, मार्ग सत्तासर और गेरा मोड़ पर भूस्खलन के कारण बंद हो गया है, पूरा दिन ग्रेफ विभाग की मशीनें मार्ग को खोलने के लिए लगी रही, लेकिन देर शाम मार्ग पर परिचालन शुरू नहीं हो सका। मौसम अगर साफ रहा तो रविवार दोपहर तक मार्ग आवागमन शुरू हो सकता है। बनी के विरेंद्र कुमार अपने निजी गाड़ी में जम्मू अस्पताल से अपना भाई को लेकर बनी आ रहे थे, लेकिन उन्हें पैदल बनी के लिए आए। इस संबंध में एसडीम जोगिदर सिंह का कहना है कि सुबह से मशीने लगी हुई है, लेकिन भारी भूस्खलन के चलते मार्ग नहीं खोला जा सका। उम्मीद है कि मौसम साफ रहा तो रविवार को मार्ग खोल दिया जाएगा। पंचायत बांजल के गांव कशीड में एक व्यक्ति के मवेशियों का शेड और दो व्यक्तियों के घर को बीती रात बारिश के कारण नुकसान पहुंचा, इनमें देव राज पुत्र पुन्नू राम निवासी कशीड के मवेशियों के लिए बनाए गए शेड को नुकसान पहुंचा, ईश्वरदास पुत्र पुन्नू राम निवासी कशीड के दो मंजिला घर को भी नुकसान पहुंचा, अजीत कुमार पुत्र श्यामलाल के घर को भी भूस्खलन के चलते नुकसान हुआ है, जब भूस्खलन हुआ तो घर के सभी सदस्य घर के अंदर ही थे, जैसे ही आवा•ा चलना शुरू हुई तो सभी घर से बाहर निकल आएं और देखा कि घर में दरारें आ गई है, उन लोगों ने घर के अंदर माल मवेशियों को बाहर निकाला। सरपंच अनीता देवी ने सरकार से मांग की है कि इन्हें घर के निर्माण के लिए मुआवजा दिया जाए और भूस्खलन की जगह रोकने के लिए कोई प्रबंध किया जाए
उधर, तहसील रामकोट के साथ लगे उज्ज दरिया में बीते शाम मोहम्मद जुबेर निवासी मांडली मवेशियों को चराने के लिए गया था जो की भारी बारिश के बीच फंसा रहा। इस पर प्रशासन ने पूरी रात नजर रखी। शनिवार दिन में 12 बजे उसे रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया। स्थानीय निवासी अशोक कुमार और कायूम ने प्रशासन को इस कार्य में पूरा सहयोग दिया।
इसी तरह, बनी- बसोहली सड़क बारिश के कारण भूस्खलन के चलते बंद हो गई। सरोगा, सुखा नाला, गडोडी एवं बनी तहसील में भी कई जगहों पर बसोहली बनी सड़क पर पहाड़ों से मलबा आ जाने के कारण बंद हो गई। मलबा हटाने के लिए ग्रेफ विभाग की मशीनरी लगी हुई है, मगर तीन जगहों पर मलबा गिरने के कारण इसे हटाने में समय लगेगा। कम मशीनरी के कारण और कई जगहों पर मलबा गिरने के कारण रास्ते को साफ करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। कोट्स---
बीते दो दिनों में जिले में 68 एमएम बारिश हुई। हालांकि 50 एमएम की संभावना थी, सिर्फ बीते शुक्रवार रात को ही 43 एमएम बारिश हुई, लेकिन अब मौसम अगले चार दिनों तक साफ रहेगा। बारिश थमने से शनिवार को न्यूनतम तापमान 15.3 और अधिकतम 25.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
-डॉ. विशाल गुप्ता, प्रमुख वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, कठुआ।