पानी की निकासी नहीं होने से बीमारी फैलने का खतरा
कार्यालय के अंदर जमा हुए पानी की निकासी नहीं होने से साथ लगती बस्ती के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की निकासी नहीं होने की वजह से बारिश का पानी रुक जाता है
संवाद सहयोगी, हीरानगर: मढ़ीन ब्लाक कार्यालय के अंदर जमा हुए पानी की निकासी नहीं होने से साथ लगती बस्ती के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की निकासी नहीं होने की वजह से बारिश का पानी रुक जाता है जो लोगों के घरों में घुस जाता है और फसल को भी नुकसान पहुंचाता है।
वहीं रूके हुए पानी में मच्छर पनप रहा है जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारी फैल सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि जबसे ग्रामीण विकास विभाग ने ब्लाक कार्यालय की सड़क बनाई है मोहल्ले के पानी की निकासी बंद हो गई है और अंदर एक तलाब की तरह पानी खड़ा हो गया है। बार- बार मांग के बावजूद भी विभाग निकासी नहीं करवा रहा। कोट्स---
ब्लाक कार्यालय का रास्ता बनाते हुए विभाग ने तीन फुट ऊंची सड़क बनाई थी, जिससे बस्ती के पानी की निकासी नहीं हो रही और एक तलाब की तरह पानी खड़ा हुआ है। एक तरफ सरकारी विभाग लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करता है तो दूसरी तरफ कार्यालय के अंदर जमा पानी से बदबू फैल रही है जिससे बीमारी फैल सकती है। प्रशासन को पानी की निकासी जल्द करवानी चाहिए।
-मोहनलाल शर्मा, स्थानीय निवासी। कोट्स---
ब्लाक कार्यालय के साथ बस्ती के बीस के करीब घर लगते है। साथ ही लगती जमीन में लोग सब्जियां उगाते हैं। बारिश पड़ने पर खेत भी पानी से भरे रहते हैं जिससे पौधे खराब हो जाते हैं। संबंधित विभाग ने दो सालों से समस्या पैदा कर रखी है, अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो लोगों को मजबूरन कार्यालय पर धरना लगाना पड़ेगा।
-नागरमल, स्थानीय निवासी। कोट्स---
ब्लाक परिसर मनें पानी जमा रहने से सेलाव मकानों के अंदर जा रही है जिससे लोगों को परेशानी होती है। सड़क बनाते समय नाला बंद कर दिया गया था, जिस कारण निकासी नहीं हो रही। ग्रामीण विकास विभाग को नाले में पुली बनाकर पानी की निकासी करनी चाहिए। इसकी लोग दो सालों से मांग करते आ रहे हैं।
-जतिद्र सिंह, स्थानीय निवासी। कोटस---
पानी निकासी के लिए पक्का नाला तथा पुली बनवाने के लिए पंचायत के फोरटीन एफसी के प्लान में तीन लाख का प्रपोजल बनाकर भेजा गया है, मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
- देव राज, इंस्पेक्टर, ग्रामीण विकास विभाग।