चौक चौराहों पर बेसहारा मवेशियों का कब्जा
संवाद सहयोगी कठुआ शहर के चौक चौराहों पर बेसहारा मवेशियों द्वारा कब्जा कर लिए जाने से राहग
संवाद सहयोगी, कठुआ: शहर के चौक चौराहों पर बेसहारा मवेशियों द्वारा कब्जा कर लिए जाने से राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या शहर के आंबेडकर ब्रिज नेशनल हाईवे, पारलीवंड, जराई चौक सहित मुखर्जी चौक व शहीदी चौक पर सबसे अधिक है। इन बेसहारा पशुओं की वजह से कई बार शहर में सड़क पर लंबा जाम लग जाता है। इसके बावजूद इस समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है।
एक आंकड़े के मुताबिक शहर की सड़कों पर करीब 4 सौ पशुओं इधर-उधर मंडराते रहते हैं। इन पशुओं को छह माह पहले नगर परिषद ने एक विशेष मुहिम चलाकर पकड़ कर एक सुरक्षित जगह पर रखा था, लेकिन कुछ समय बाद ही सभी पशुओं को छोड़ दिया गया जो फिर लोगों के लिए समस्या बन गया है।
दरअसल, शहर के शहीदी चौक के पास खुले प्लाट में लोग रोड के किनारे ही जगह-जगह कूड़ा फेक देते हैं, जहां पर कूड़े का ढेर लग जाता है। इस बीच कूड़ा बीनने वाले प्लास्टिक या अन्य ऐसी चीजों के लालच में कूड़े के ढेर को बिखेर देते हैं। बिखरे हुए कूड़े के ढेर के पास बेसहारा पशु मंडराते रहते हैं और देखते ही देखते इनकी संख्या काफी बढ़ जाती है। कई बार स्थिति ऐसी रहती है कि सड़क पर बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लग जाता है। इससे न सिर्फ यातायात बाधित हो जाता है, बल्कि कई लोग हादसे के शिकार हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बेसहारा पशुओं की समस्या शहर में जगह-जगह पसरी पड़ी गंदगी है। शहीदी चौक पर इस तरह की दिक्कत खासतौर पर नजर आती है। कई बार लोगों द्वारा इन्हें चौक चौराहों से बाहर निकाला जाता है, लेकिन फिर थोड़े समय के बाद वापस उसी जगह पर इकटठा हो जाते हैं। कोट्स----
शहर के हर चौक चौराहों पर बेसहारा पशुओं ने डेरा डाला हुआ है जो कि हादसें को न्योता देते हैं। नगर परिषद को चाहिए कि इस समस्या का उचित समाधान करें।
- विशाल लूथरा। कोट्स----
आंबेडकर ब्रिज पर पशुओं का हुजूम अक्सर रहता है। इस ब्रिज पर बैठे बेसहारा पशुओं के कारण हादसे होते रहते है। कई बार दुकानदारों ने इन मवेशियों को निकाला भी, फिर वापस उसी जगह पर आ जाते हैं। प्रशासन इस समस्या को लेकर कोई गंभीर कदम उठाए।
- सुनील कुमार कोट्स---
नगर परिषद को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए। चौक चौराहों पर डेरा जमाए बैठे मवेशी हादसों को न्योता देते हैं, कई बार हादसे हुए है। नगर परिषद इन बेसहारा पशुओं की समस्या का कोई सही समाधान करें।
- सोनू महाजन। कोट्स---
शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या काफी पुरानी और गंभीर है। कई बार इस समस्या को लेकर नगर परिषद को अवगत करवाया गया, लेकिन अभी तक इस समस्या का कोई उचित समाधान नहीं हुआ।
- जीवन कुमार।
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नगर परिषद इस समस्या को लेकर काफी गंभीर है, इस मसले को लेकर जल्द ही उचित प्रबंध करने जा रहे हैं। नगर परिषद द्वारा गठित कमेटी लोगों को सुविधा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, शहरवासियों को जल्द ही इस समस्या से निजात दिलाई जाएगी।
- नरेश शर्मा, प्रधान, नगर परिषद, कठुआ।