यात्रियों से गुलजार रहने वाला लखनपुर बार्डर पर पसरा सन्नाटा
जागरण संवाददाता कठुआ राज्य सरकार द्वारा जारी एडवायजरी के बाद राज्य के मुख्य प्रवेश द्वार लखनपु
जागरण संवाददाता, कठुआ: राज्य सरकार द्वारा जारी एडवायजरी के बाद राज्य के मुख्य प्रवेश द्वार लखनपुर पर खासा असर दिखा। श्री अमरनाथ यात्रा एवं मां वैष्णो के दर्शन के लिए आने वाले सहित श्रद्धालुओं व पर्यटकों से अक्सर गुलजार रहने वाले राज्य के मुख्य प्रवेश द्वार पर शनिवार को सन्नाटा पसरा रहा।
श्री अमरनाथ यात्रियों के लिए बनाए गए रिसेप्शन सेंटर पर अचानक श्रद्धालुओं का आना बंद हो गया, इसके चलते वहां तैनात कर्मी खाली रिसेप्शन सेंटर में बैठे दिखे। वहीं मुख्य बस अड्डे पर इक्का दुक्का वाहन दिख रहे हैं। अन्य राज्यों से राज्य में प्रवेश करने वाली बसें भी खाली ही दिख रही हैं। इनमें इक्का दुक्का जरूरी कार्यो वाले यात्री ही अब राज्य में प्रवेश कर रहे हैं। इस तरह के बने हालात से राज्य में सरकार द्वारा पहले से ही जारी एडवायजरी का जिला स्थित मुख्य प्रवेश द्वार पर व्यापक असर देखने को मिल रहा है। और तो और जिला पुलिस द्वारा श्री अमरनाथ यात्रा के चलते हाईवे पर लखनपुर से लेकर करीब 40 किलोमीटर मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए लिंक मागरें पर लगाए गए दर्जनों विशेष नाकों से जवानों को हटा लिया गया है। जिले के हाईवे एकदम सूनसान दिखने लगा है। शनिवार को सुरक्षा बल खुद नाकों को हटाते देखे गए बाक्स---
लंगर को समेट कर वापस लौटे बाराबांकी के सेवक
कठुआ: श्री अमरनाथ यात्रा के बंद होने पर लंगर सेवक अपने लंगर बंद करके लौटने शुरू हो गए हैं। शनिवार राज्य के मुख्य प्रवेश द्वार से वापस यूपी के बाराबांकी को लौटते हुए श्री शिव सेवा संस्था के सुनील राठौर, आशू शर्मा, अलोक वर्मा एवं अमित कश्यप ने बताया कि उन्हें सीधे तौर पर कश्मीर में यात्रा मार्ग पर पोषपत्री से लंगर हटाने या बंद करने के लिए किसी सरकारी तंत्र या सुरक्षा बलों ने नहीं कहा, लेकिन मौसम में आए बदलाव के कारण अपना लंगर बंद कर वापस लौटे थे, उनके पास 31 जुलाई तक ही लंगर स्थापित करने की अनुमति थी, जिसके चलते वो वहां से वापस आ गए हैं,लेकिन अब जो उनके अन्य लंगर साथी वहां है,उन्हें अब सरकार एवं सुरक्षा बल सीधे बंद कर वापस घरों को लौटने लगे हैं। दिन भर कठुआवासी टीवी सेटों पर चिपके रहे
कठुआ: कश्मीर में जारी हालात पर कठुआवासी पूरी नजर रखे हुए हैं। दिन भर लोग कश्मीर पर केंद्र सरकार द्वारा लिए जाने वाले फैसले पर नजर लगाए हुए हैं, कब सरकार क्या आदेश करती है, इसे जानने के लिए लोग टीवी सेटों पर चिपके हुए हैं। इसके अलावा भी प्रत्येक संस्थान एवं सार्वजनिक स्थानों पर हर कोई कश्मीर में बने हालात और केंद्र द्वारा रखे गए नजर को जानने के लिए बेताब है।