सियारा बनेगा पैराग्लाडिग क्षेत्र, सर्वे करने पहुंची टीम
पर्यटन की अपार संभावना को देखते हुए पर्यटन विभाग द्वारा तहसील के सियारा गांव में गुलमर्ग और कश्मीर की तरह पैराग्लाडिग क्षेत्र बनाने की योजना पर अमल शुरू हो गया है। क्षेत्र में जल्द ही स्थानीय लोगों को पैराग्लाडिग से पर्यटक मजा लेते हवा में उड़ते दिखेंगे। इस रोमाचिक योजना का शनिवार को बसोहली
संवाद सहयोगी, बनी: जिले की पहाड़ी क्षेत्र बनी में पर्यटन की अपार संभावना को देखते हुए पर्यटन विभाग द्वारा तहसील के सियारा गांव में गुलमर्ग और कश्मीर की तरह पैराग्लाडिग क्षेत्र बनाने की योजना पर अमल शुरू हो गया है। क्षेत्र में जल्द ही स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक पैराग्लाडिग का लुत्फ उठाते देखे जाएंगे। इस रोमाचिक योजना का शनिवार को बसोहली- बनी टूरिज्म डेवलपमेंट अथॉरिटी ने गांव सियारा सर्वे करने के लिए एक टीम पहुंची, जिसका नेतृत्व हिमाचल प्रदेश पैराग्लाडिग के सदस्य रमेश कुमार कर रहे थे।
टीम सुबह 8 बजे के करीब सियारा गांव पहुंची। ट्रायल के तौर पर पैराग्लाडिग करना चाहा, लेकिन बीच में टावर के कारण उन्हें समस्या का सामना करना पड़ा, उसके बाद टीम ने सियारा के थोड़ा ऊपर की ओर रुख किया, लेकिन मार्ग में बर्फ और मार्ग की हालत ठीक न होने के कारण वहां भी ट्रायल पूरा नहीं हो पाया। इसके चलते टीम अब मौसम साफ होने पर आगामी मार्च महीने में दोबारा ट्रायल करने के लिए पहुंचेगी। इसके बाद पूरी रिपोर्ट पर्यटन विभाग को सौंपेगी।
स्थानीय ग्रामीण नरेश कुमार, सुखदेव , अंकित सिंह ने क्षेत्र में पैराग्लाडिग इवेंट होने पर खुशी प्रकट करते हुए कहा है कि सरकार ने इस गांव को इसके योग्य समझा है, उम्मीद जताई कि बहुत जल्द ही यहां पर भी पैराग्लाडिग शुरू होगी। जैसे ही यह टीम सियारा में पहुंची तो उसे देखने के लिए भी स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और लोगों में खुशी की लहर जाग उठी कि उनके गांव में भी यह नई चीज देखने को मिलेगी। सियारा पंचायत की सरपंच किरण कुमारी ने बनी बसोहली टूरिज्म डेवलपमेंट अथॉरिटी का आभार जताते हुए गांव को पैराग्लाडिग के लिए चुना गया है। इस अवसर पर बसोहली, बनी डेवलपमेंट अथॉरिटी के कर्मचारी भी उपस्थित थे।