बिलावर में नहीं है पार्किग स्थल,पैदल चलना दूभर
बिलावर: इसे सरकारी उपेक्षा कहें या प्रशासनिक लचर कार्यप्रणाली या कुछ और। म्यूि
संवाद सहयोगी, बिलावर: इसे सरकारी उपेक्षा कहें या प्रशासनिक लचर कार्यप्रणाली या कुछ और। म्यूनिसिपल कमेटी होने के बाद भी बिलावर में कहीं भी निजी वाहनों को पार्क करने के लिए कोई भी जगह नहीं है। इससे बिलावर में अवैध पार्किंग का बोलबाला है जो एक तो लोगों के परेशानी का सबब बना हुआ है। दूसरा ओर पार्किग की समस्या प्रशासन के लिए भी आये दिन सिरदर्द का कारण बनें हुई है। आलम यह है कि सड़कों पर ही बेतरतीब तरीके से वाहन खड़ा कर दिए जाने के कारण नगरवासियों को पैदल चलना भी सायं के वक्त दूभर हो जाता है। इस दौरान सड़क जाम लगना आम बात है।
लोगों ने वाहनों के लिए सुविधाजनक पार्किंग बनाने की माग की है।
अवैध तरीके से बाजार और शिव मंदिर के पास लगने वाले वाहनों की समस्या और पार्किंग की व्यवस्था करना म्यूनिसिपल कमेटी बिलावर के चेयरमैन और उनकी टीम के लिए भी एक चुनौती है। अगर बिलावर म्यूनिसिपल कमेटी की बात की जाए तो कस्बे में कहीं भी पार्किंग के लिए कोई भी व्यवस्था न होने से अवैध पार्किंग का बोलबाला है। इसमें सबसे बड़ी अवैध पार्किंग, शिव मंदिर का प्रागण वाला क्षेत्र हो यहा लोगों के निजी वाहन दिन रात बेतरतीब तरीके से खड़े किये जाते हैं। दूसरा तरफ पुराने बस स्टैंड में गाड़िया खड़ी रहती है तो तहसील मुख्यालय का भी यही हाल है। यहा तक कि लोगों द्वारा बस अडडे् को जाने वाली सडक किनारे वाहन खड़े किये जाते है, जिससे हर कोई परेशान है। बाक्स
नगर में कहीं भी नहीं है पार्किंग स्थल
पूर्व म्यूनिसिपल कमेटी अध्यक्ष नरेंद्र कुमार, राकेश चंदेल, कमल वर्मा, रोशन लाल राजेश कुमार का कहना है कि म्यूनिसिपल कमेटी होने के बाद भी बिलावर में कहीं भी पर्किंग की व्यवस्था नहीं हो पाई है। इसके कारण लोगों को मजबूरी में खाली पडे़ स्थानों पर अपने वाहन को खड़ा करना पड़ता है। म्यूनिसिपल कमेटी और प्रशासन को भी अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।
कोट्स
नगर में पार्किंग की समस्या सबसे बड़ी चुनौती है। विभाग के डायरेक्टर से मिलकर पार्किंग प्रोजेक्ट के लिए फंड देने की माग करेंगे।
उमाकात बसोत्रा, चेयरमैन, म्यूनिसिपल कमेटी बिलावर।