एसपीओ भर्ती में तीन किमी के गांवों को शामिल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
संवाद सहयोगी हीरानगर एसपीओ की बार्डर भर्ती में दस किलोमीटर तक के गावों की करने से गोलीबारी
संवाद सहयोगी, हीरानगर : एसपीओ की बार्डर भर्ती में दस किलोमीटर तक के गावों की करने से गोलीबारी से प्रभावित ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। रविवार को काग्रेस नेता रमेश कुंडल के नेतृत्व में सीमावर्ती लोगों ने गुज्जर चक में प्रदर्शन कर रोष जताते हुए सरकार से तीन किलोमीटर के अंदर पड़ते गावों के युवाओं को ही प्राथमिकता देने की माग की।
इस मौके पर रमेश कुंडल व परमजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान पिछले कई सालों से हीरानगर सेक्टर में गोलीबारी करता आ रहा है, इस समय भी जारी। गोलीबारी से खेती का धंधा चौपट हो चुका है। मकान क्षतिग्रस्त हो रहे और स्कूलों में बच्चे पढ़ नहीं पाते। उन्होंने कहा कि सरकार से प्रभावित गावों के युवाओं के लिए सुरक्षा बलों की विशेष भर्ती करवाने की माग की थी। पुलिस तथा एसपीओ की भर्ती हो रही है, जिसके लिए दस किलोमीटर तक के गावों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली एसपीओ की भर्ती में 120 पोस्ट थी, लेकिन जीरो लाइन की सिर्फ दो लड़कियों को ही चुना गया था और दो किलोमीटर में सिर्फ चार ही चुने गए। अन्य उन गावों के युवा चुने गए, जिन्होंने कभी गोलीबारी का धमाका भी नहीं सुना। उन्होंने कहा कि गोलीबारी से मानसिक व आíथक तौर पर लोगों को नुकसान हो रहा है और वोट बैंक की खातिर भर्ती दस किलोमीटर में की जा रही है जो कि सरासर सीमावर्ती लोगों के साथ नाइंसाफी है। इसे सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब भर्ती सीमावर्ती युवाओं के लिए की जा रही है तो जीरो लाइन के साथ लगते गावों के युवाओं को विशेष छूट देनी चाहिए जो बच्चे गोलीबारी के कारण ज्यादा पढ़ नहीं पाए वे निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ कैसे मुकाबला कर सकते हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर इस बार सीमावर्ती युवाओं को नहीं लिया गया तो आदोलन शुरू कर देंगे। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
प्रदर्शनकारियों में लाजू राम, अशोक कुमार, पवन कुमार, तरसेम लाल, बोध राज व गगन आदि भी शामिल थे।