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एक देश की नहीं, विश्व की भाषा बन चुकी है संस्कृत: दिनेश

जागरण संवाददाता कठुआ संस्कृत के उत्थान एवं प्रचार के उद्देश्य से चूड़ामणि संस्कृत संस्थान बस

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 01:15 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 01:15 AM (IST)
एक देश की नहीं, विश्व की भाषा बन चुकी है संस्कृत: दिनेश

जागरण संवाददाता, कठुआ: संस्कृत के उत्थान एवं प्रचार के उद्देश्य से चूड़ामणि संस्कृत संस्थान बसोहली में आयोजित पाक्षिक शिविर का समापन के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय अधिकारी डॉ. दिनेश पहुंचे। डॉ. दिनेश वर्तमान में ग्राम विकास के दायित्व को भी देख रहे है। उन्होंने प्राचीन ज्ञान विज्ञान की सनातन भूमि जम्मू कश्मीर में पुन: संस्कृत और संस्कृति का उत्थान सम्यक व्यवस्था में चूड़ामणि संस्कृत संस्थान द्वारा बसोहली में आयोजित शिविर लगाने के प्रयासों को सराहा।

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उन्होंने कहा कि अब संस्कृत केवल एक देश काल की भाषा नहीं, अपितु यह तो अब विश्व की भाषा बन कर समस्त विश्व में पहुंच चुकी है। उन्होंने कई संस्थानों में संस्कृत की स्थिति पर प्रकाश डाला। अपने भारत भ्रमण के क्रम में उन्होंने कई गुरुकुलों की स्थिति को समझा, उसी क्रम चूड़ामणि संस्कृत संस्थान को भी उन्होंने सराहा। मुख्यातिथि के रूप स्वामी अदैयानंद जी ने कहा की बसोहली में गुरुकुल स्थापना कर स्वर्गीय डॉ. पंडित उत्तम चंद्र शास्त्री ने अपने पूर्वजों एवं भारतीय संस्कृति और संस्कृत का सम्मान को विश्व पटल पर लाने का भागीरथ प्रयास किया। ऐसे कार्य किसी महापुरुष के कर कमलों से ही संभव हो पाता है, आज पैसे का अभाव नहीं है, फिर भी समस्या बड़ी संख्या में बढ़ी है। आज मनुष्य ज्ञान, संस्कार और बुद्धि वर्धक विद्या का त्याग कर व्यवसाहिक पढ़ाई कर रहा है जो पेट भर सकता है, लेकिन शांति से आनंद पूर्वक जीवन जीने में सहायक नहीं है।

संस्थान के मुख्यन्यासी शक्ति कुमार पाठक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अतिथियों का सम्मान किया एवं भृतहरि की पौराणिक कथा के माध्यम से बच्चों को ज्ञान परक शिक्षा दिया। संस्थान के प्राचार्य अभिषेक कुमार उपाध्याय ने मंच संचालन कर पाक्षिक शिविर की रूप रेखा प्रस्तुत कर शिविर की उपलब्धि पर संक्षिप्त परिचय दिया। शिविर में साधकों को जो लाभ प्राप्त हुआ उसकी कुछ प्रस्तुतिया कनिष्ट वर्ग एवं वरिष्ट वर्ग के साधकों ने दी। शिविर में एक परीक्षा भी आयोजित की गई, जिसमें कनिष्ठ वर्ग में राधिका शर्मा ने प्रथम स्थान, कार्तिक वर्मा ने द्वितीय एवं वासत्वी ने तृतीय, अनामिका शर्मा, सत्वय शर्मा, लक्ष्य सपोलिया, ऋषि प्रसाद ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। वरिष्ठ वर्ग में सुदर्शन ठाकुर एवं विशाल शर्मा ने प्रथम स्थान, मोहित शर्मा ने द्वितीय एवं मानिक शर्मा ने तृतीय, एवं सुजल खजुरिया ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र, संचिका और लेखनी देकर उत्साह वर्धन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के बटुकों ने वैदिक मंगलाचरण किया।


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