Kathua News: कब पूरी होगी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की आशा, तीन साल बाद भी अधर में पड़ा निर्माण कार्य
Kathua News प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे स्वर्गीय अरुण जेटली की याद में जम्मू कश्मीर में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हीरानगर में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनना है जिसका तीन साल पहले बकायदा नींव पत्थर रखा गया लेकिन अभी तक निर्माण शुरू नहीं हुआ है।
कठुआ, राकेश शर्मा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे स्वर्गीय अरुण जेटली की याद में जम्मू कश्मीर में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हीरानगर में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनना है, जिसका तीन साल पहले बकायदा नींव पत्थर रखा गया। करीब 200 करोड़ की परियोजना को शुरू करने के लिए 58 करोड़ का टेंडर भी हो चुका है, जिसे जम्मू कश्मीर खेल परिषद को दिया गया है।
तीन साल बीत जाने पर भी स्टेडियम का निर्माण कार्य जमीनी स्तर पर कहीं कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा। निर्माण कार्य में मुख्य अड़चन को छह माह पूर्व 144 कनाल भूमि जम्मू कश्मीर सरकार की प्रशासनिक परिषद ने खेल परिषद जम्मू कश्मीर के नाम पर भी कर दी है।
अब छह माह बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य जमीनी स्तर पर होता नहीं दिख रहा। दो साल पूर्व गत 12 सितंबर 2020 को केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू एवं केंद्रीय राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ इसका ई-शिलान्यास किया था। तब से शिलान्यास पटल जैसे रखी गई थी, वैसे ही दिख रही है।
प्रदेश सरकार ने निर्माण के लिए चयनित कुल 255 कनाल भूमि के दस्तावेज भी क्लीयर कर दिए थे। इसके बाद लगा कि अब कोई रुकावट नहीं रहेगी, फिर भी कार्य शुरू नहीं हो पाया है। उधर, स्टेडियम का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने का खेल प्रेमियों के अलावा स्थानीय निवासियों को बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि आजादी के बाद हीरानगर क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे जम्मू कश्मीर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनने का एक सपना साकार होने जैसा है।
युवाओं को खेल में अपनी प्रतिभा निखारने के कई मौके मिलेंगे। अब प्रदेश सरकार ने नई खेल नीति में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को आकर्षक प़ुरस्कार एवं नौकरी देने की भी घोषणा की है। इससे युवा अपने क्षेत्र में खेल में काफी मौके पाने की सोच रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम प्रत्येक स्थान के खिलाड़ी को सुविधा देने के साथ युवाओं की सोच भी खेल के प्रति बदलेगी। स्टेडियम के निर्माण से क्षेत्र में विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। खेल नक्शे पर हीरानगर का नाम पूरे देश में होगा।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम पर
बहरहाल, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम पर हीरानगर में स्टेडियम बनने से स्थानीय निवासी स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं। दरअसल, अरुण जेटली का हीरानगर में ससुराल है। वे कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व सांसद व पूर्व वित्त मंत्री रहे स्वर्गीय गिरधारी लाल डोगरा की बड़ी बेटी संगीता जेटली से शादी की थी जो हीरानगर के पेइया गांव के निवासी थे। वे क्षेत्र के लोकप्रिय नेता रहे है। इसके चलते अरुण जेटली का हीरानगर से विशेष लगाव था। स्व. गिरधारी लाल डोगरा दो बार जम्मू और ऊधमपुर से कांग्रेस के सांसद चुनने से पहले प्रदेश में 27 साल तक वित्त मंत्री रह चुके थे।
मिलेगा बड़ा अवसर
जिले के युवाओं के लिए खेल प्रतिस्पर्धाओं में अपना भविष्य चमकाने के लिए बड़ा अवसर होगा। अभी जिला मुख्यालय पर ही एक स्पोर्ट्स स्टेडियम की सुविधा है, जहां उत्तर भारत स्तर की शहीद पुलिस क्रिकेट प्रतियोगिता होती है। इसमें राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट के खिलाड़ी भी विभिन्न टीमों के लिए खेलने आते हैं। सरकार को स्टेडियम का निर्माण जल्द पूरा करना चाहिए। -मोहन लाल डब्ब, क्रिकेट कोच, कठुआ
धीमी गति से लोगों में मायूसी
तीन साल पहले स्टेडियम के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने घोषणा की थी जो अभी तक खिलाड़ियों के लिए सपने जैसा लग रही है। निर्माण के लिए भूमि का चयन हो चुका है। पहली परियोजना के लिए टेंडर भी हो चुका है, उसके बाद निर्माण में क्या अड़चने आ रही हैं, इसे लेकर स्थानीय खिलाड़ियों में मायूसी है। सरकार जल्द निर्माण कार्य शुरू करे। -पंकज शर्मा, खेल प्रेमी, कठुआ
सपने साकार करने का बेसब्री से इंतजार
हीरानगर के लिए केंद्र सरकार की ओर से मिले तोहफा का खिलाड़ी और युवा बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। युवाओं ने कितने सपने संजो लिए हैं, क्योंकि उनके क्षेत्र में आजादी के बाद से अब तक खेलढांचा की सुविधा नहीं के बराबर है। इसके चलते यहां प्रतिभा होते हुए भी खिलाड़ी वंचित रह जाते हैं। -राजेश कुमार, सेवानिवृत्त जोन युवा सेवाएं एवं खेल विभाग अधिकारी, हीरानगर
तैयारी पूरी है, जल्द शुरू होगा निर्माण
स्टेडियम निर्माण में कोई अड़चन नहीं है। परियोजना के निर्माण के लिए 58 करोड़ का टेंडर भी मिल चुका है। ग्राउंड में कहां-कहां क्या बनना है, हॉकी ग्रांउड, फुटबाल एवं इंडोर स्टेडियम कहां होगा, इस तरह के ग्राउंड पर सर्वे कार्य भी कर लिया गया है। आर्किटेक्ट का काम भी पूरा हो गया है, जिसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर भारतीय खेल परिषद को सौंप दी गई है, जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। -राजेश कुमार, कार्यकारी अभियंता, खेल परिषद, जम्मू कश्मीर।
निर्माण 2024 से पहले पूरा करने का लक्ष्य
2024 से पहले रखा गया है निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य स्टेडियम के निर्माण के लिए अभी पहले चरण में 80 करोड़ के फंड प्रस्तावित है। इसमें 58 करोड़ का टेंडर गत वर्ष हो चुका है। खेल परिषद जम्मू कश्मीर का इंजीनियरिंग विंग को काम सौंपा गया है। स्टेडियम के शिलान्यास के समय निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य 2024 से पहले रखा गया था। था। सूत्र बताते हैं कि अब स्टेडियम का निर्माण कार्य किसी अन्य एजेंसी को सौंपने की तैयारी है।
उत्तर भारत का पहला मल्टी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स
उत्तर भारत के पहले मल्टी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में होंगी ये सुविधाएं उत्तर भारत के पहले मल्टी स्पोटर्स कांप्लेक्स में कई तरह की खेलों की प्रतिस्पर्धाएं कराने की सुविधा मुहैया होगी। इसका आकार मुंबई के बानखेड़े स्टेडियम की तर्ज पर है। इसमें क्रिकेट, स्वीमिंग पूल, फुटबाल, वॉलीबाल, हॉकी, बैड¨मटन, बास्केटबाल, एथलेटिक्स सहित अन्य खेलों की सुविधा होगी। कांप्लेक्स में इंडोर स्टेडियम भी होगा।