पटवारखाना में दिनभर लटका रहा ताला, लोग हुए निराश
संवाद सहयोगी बसोहली/बनी जिलेभर के पटवारी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे। इस दौरान सभी तहसील म
संवाद सहयोगी, बसोहली/बनी: जिलेभर के पटवारी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे। इस दौरान सभी तहसील मुख्यालय धरना दिया और नारेबाजी की।
बसोहली तहसील मुख्यालय पर बैठे पटवारियों ने बताया कि डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्ड्स मार्डनाइजेशन प्रोग्राम सरकार द्वारा उठाया गया कदम अत्यधिक सराहनीय है। पटवार एसोसिएशन स्वागत करता हैं, लेकिन पटवारियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से डिजिटल भूमि अभिलेख प्रबंधन प्रणाली के सुचारू कार्यान्वयन में तकनीकी मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है। कामकाजी पटवारी अच्छी तरह से कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को संभालने को लेकर प्रशिक्षित नहीं हैं। भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण में पटवारियों के सामने कई और अड़चने आ रही है। पटवारियों को वेब पोर्टल संभालने के लिए कोई प्रशिक्षण तक नहीं दिया गया। इसके कारण सटीकता के साथ भूमि रिकार्ड दर्ज करना मुश्किल है। भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण की प्रक्रिया का तब तक कोई फायदा नहीं होगा, जब तक कि पटवारी वेब पोर्टल के कामकाज और इसके कामकाज से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैं।
इसी तरह, इंटरनेट कनेक्शन की भी आवश्यकता होती है, लेकिन सभी पटवार हलकों में उपलब्ध नहीं है। कई बार भूमि रिकॉर्ड के लिए नामित वेब पोर्टल बंद हो जाता है। वेब पोर्टल के ठीक से काम करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। पटवारियों का ग्रेड पे, नायब-तहसीलदारों की सीधी भर्ती पर रोक, जीक्यू सर्किलों का निर्माण, पटवारी की डीपीसी आदि मांगे भी शामिल है। उपरोक्त सभी मुद्दों का एक सप्ताह के भीतर समाधान करें अन्यथा एसोसिएशन के पास पेन डाउन स्ट्राइक के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।
पहाड़ी क्षेत्र बनी में भी पटवारी हड़ताल पर रहे। दूरदराज के गांव से पहुंचे लोग पटवार खाने में ताला लटका देख निराश होकर लौटने को मजबूर हुए। पटवारियों ने अतुल खजुरिया के नेतृत्व में नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार की सीधी भर्ती में विभागीय कोटा भी तय किया जाए।