शिक्षा विभाग में कई पद रिक्त, पढ़ाई प्रभावित
शिक्षा विभाग में कई शिक्षकों के महत्वपूर्ण पद रिक्त होने के कारण सरकारी स्कूलों में मिलने वाली शिक्षा पर ग्रहण लगने लगा है। क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों का टोटा होने के कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पूरी पढ़ाई नहीं मिल पा रही है कई विषयों में तो उन की पढ़ाई ही नहीं हो पाई
रीतू शर्मा, बसोहली: शिक्षा विभाग में कई शिक्षकों के महत्वपूर्ण पद रिक्त होने के कारण सरकारी स्कूलों में मिलने वाली शिक्षा पर ग्रहण लगने लगा है। क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों का टोटा होने के कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पूरी पढ़ाई नहीं मिल पा रही है, कई विषयों में तो उन की पढ़ाई ही नहीं हो पाई।
एक ओर सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के प्रति हर वर्ष कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करती है, वहीं सरकारी स्कूलों में जब पूरे पद भरे नहीं होंगे तो बच्चे कैसे पढ़ पाएंगे। शिक्षा विभाग में जेडइओ पूरे खंड को चलाता है, अगर उक्त पद पर किसी की तैनाती नहीं होगी तो ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में कितना सुधार देखने को मिल सकेगा, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। पिछले चार माह से जेडइओ का पद रिक्त है, जिस कारण हर माह शिक्षकों का वेतन जारी करने में काफी मुश्किल हो रही है।
जेडइओ कार्यालय की स्थिति भी खराब है, यहां पर हेड असिस्टेंट लंबी छुट्टी पर है, अकाउंटेंट का पद रिक्त पड़ा हुआ है, अकाउंट असिस्टेंट का पद भी रिक्त है। तीन कर्मी अन्य विभागों में अटैच किये गये हैं, जिनमें एक एडीसी कार्यालय बसोहली, जिला पंचायत कार्यालय कठुआ और तीसरा डाटा एंट्री ऑपरेटर को तहसीलदार मल्हार के इलेक्शन सैल में अटैच कर दिया गया है। शारीरिक शिक्षक को जोनल फिजिक्ल एजूकेशन कार्यालय में अटैच किया गया है।
बसोहली जोन में शिक्षकों के कुल 476 पद सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए है, इनमें से 339 शिक्षक ही स्कूलों में उपलब्ध हैं, जबकि 137 पद कई सालों से रिक्त हैं, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में कही एक शिक्षक तो कहीं दो शिक्षक प्राइमरी स्कूल को चला रहे हैं।
इसी तरह, मास्टर ग्रेड शिक्षकों की बसोहली जोन में 96 पद स्वीकृत हैं, और 58 शिक्षक जोन में उपलब्ध हैं। इस तरह, 38 पद रिक्त हैं, जिसके कारण हाई स्कूल एवं मिडिल स्कूल के छात्रों को पढ़ाई के लिये कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोट्स--
शिक्षा विभाग में रिक्त पदों और जेडइओ कार्यालय के रिक्त पदों को लेकर हर माह जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से पत्राचार किया जाता है। पद भरने पर ही ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा में सुधार होगा, जेडइओ कार्यालय में भी काम हो पाएगा।
- नरेश शर्मा, जेडइपीओ।