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लेक्चर और प्रभारी शिक्षकों ने समस्या पर किया विचार-विमर्श

संवाद सहयोगी कठुआ जम्मू कश्मीर के शिक्षा विभाग के अधिकारियों व टीचर्स फोरम के सदस्यों ने

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 10:13 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 06:44 AM (IST)
लेक्चर और प्रभारी शिक्षकों ने समस्या पर किया विचार-विमर्श
लेक्चर और प्रभारी शिक्षकों ने समस्या पर किया विचार-विमर्श

संवाद सहयोगी, कठुआ: जम्मू कश्मीर के शिक्षा विभाग के अधिकारियों व टीचर्स फोरम के सदस्यों ने लेक्चररों और प्रभारी शिक्षकों के साथ एक बैठक की। इस दौरान शिक्षकों ने एसआरओ 133 को जारी कर आठ हजार बैकलॉग और दो हजार नए इंचार्ज टीचर्स को नियमित करने की माग की।

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मंगलवार को बैठक में संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने सरकार द्वारा बैकलॉग और फ्रेश इंचार्ज टीचर्स को नियमित करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार के आदेशों पर अभी अमल नहीं हो पाया है। जिसके कारण 500 मृत, 2500 सेवानिवृत और 5000 कार्यरत इंचार्ज शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। उन्होनें ने कहा कि मौजूदा नियमों के तहत मृत और सेवानिवृत शिक्षक नियमित नहीं हो पाएंगे। जो उनके साथ अन्याय होगा। अमरनाथ ठाकुर ने कहा कि इस संबंध में फोरम के प्रतिनिधिडल ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक के नाम एक ज्ञापन सलाहकार फारूख खान को सौंपा गया। उन्हें अपनी मागों से अवगत करवाते हुए शिक्षकों को जल्द नियमितिकरण की माग की गई। इस दौरान उन्होनें कहा कि केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने के बाद जम्मू कश्मीर में केंद्रीय सेवाओं के नियम लागू होंगे । जिनमें बिना बीएड के शिक्षक न ही नियुक्त किए जाते हैं और न ही उनकी पदोन्नती लेक्चरर या फिर प्रधानाचार्य के रूप में होती है। जबकि राच्य में अबतक डिफेक्टिव भर्ती नियमों के चलते यह सब नियम ताक पर रखे गए थे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि राच्य प्रशासन उनकी मागों को ध्यान में रखकर शिक्षा विभाग की बेहतरी के लिए काम करेगा। इस मौके पर सुरजीत सिंह, देस राज, तारा मनी, बंसी लाल, अश्वनी शर्मा, हरपाल सिंह, बाबू राम, रोमेश सिंह और सुदेश कुमार शामिल रहे।


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