कर्मयोगी आशा वर्कर्स लॉकडाउन में भी कर रही काम
संवाद सहयोगी हीरानगर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ गाव स्तर पर पहुंचा
संवाद सहयोगी, हीरानगर: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ गाव स्तर पर पहुंचाने वाली आशा वर्कर्स इस समय कोरोना वायरस की जंग में भी बड़ी अहम भूमिका निभा रही हैं। हालाकि इनका मानदेय बहुत कम है, मगर फिर भी वे बुलंद हौसले के साथ गावों में घर-घर जाकर लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जागरूक कर पल पल की रिपोर्ट संबंधित विभाग तक पहुंचा रही हैं। इतना ही नहीं उनकी जिम्मेदारी अब पहले से काफी बढ़ गई है।
गाव में कौन बाहर से आया है, कौन बीमार है, वे प्रति दिन जानकारी हासिल कर रही हैं। कोरोना वायरस से बचाव के लिए भी जागरुक कर रही है। ब्लॉक मेडिकल आफिसर डॉ. स्वामी अंजल ने बताया कि ब्लाक में 173 के करीब आशा वर्कर्स स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं जो इस समय कोरोना वायरस से बचाव में बड़ी अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने प्रशिक्षण दिया गया है और मास्क , सैनिटाइजर आदि उपलब्ध करवाए गए हैं। उनके सराहनीय कार्य को देखते हुए एक हजार रुपये अतिरिक्त दिए जा रहे हैं। फोटो-
कोरोना वायरस के खतरे को लेकर गावों के लोग अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्हें गावों में जाकर उन लोगों का पता करना होता है जो बाहर से आए हो। इसकी जानकारी वे निकटवर्ती उप स्वास्थ्य केंद्रों में दे रही हैं। इस मुश्किल के समय में अब लोग भी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग दे रहे हैं।
- कमलेश देवी। कोट्स---
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी को जागरूक होना जरूरी है। अब जिम्मेदारी पहले से बढ़ गई है। गावों में सर्वे के साथ-साथ लोगों को बचाव हेतु आपसी दूरी बनाए रखने, बाहर न घूमने और साफ सफाई हेतु जागरूक कर रही हैं। सभी को अपना सहयोग देना चाहिए, तभी इस जंग को जीत सकते हैं।
- वीना देवी। कोट्स--
कोरोना वायरस से बचाव हेतु चल रहे देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान काफी लोग बाहर से आएं हैं, जिनकी तलाश कर उन की रिपोर्ट विभाग को भेजी जाती है। कुछ लोगों को घरों मेंअलग से रखा गया है, जिनकी रिपोर्ट बना कर प्रति दिन दी जाती है जो जिम्मेदारी विभाग ने उन्हें सौंपी है उसे बाखूवी से निभा रही हैं।
- रानी देवी।