डेरली पंचायत में पेयजल संकट, ग्रामीण परेशान
बरसात का मौसम खतम होने के बाद बिलावर के कई गांव में पयेजल संकट गराने लगा है। जिससे लोगो को काफी परेशान होना पड रहा है। पीएचई की लचर कार्यप्रणाली के कारण डेरली पंचायत के लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड रहा हैं । यहां तक की पीएचई द्वारा डेरली के एससी वार्ड कुलआंता डोडन आदि में पानी देने के लिए कोई प्रबंध ना करने के कारण ग्रामीणों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसाना पड रहा है।
संवाद सहयोगी, बिलावर: बरसात का मौसम खत्म होने के बाद कई गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है।
पीएचई की लचर कार्यप्रणाली के कारण डेरली पंचायत के लोगों को पीने के पानी के लिए इन दिनों इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। यहां तक की पीएचई द्वारा डेरली के एससी वार्ड कुलआंता, डोडन आदि में पानी देने के लिए कोई प्रबंध न करने के कारण ग्रामीणों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाना पड़ रहा है। ग्रामीण दो किलोमीटर पैदल चलकर खडड का दूषित पानी पीने को मजबूर है। ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारियों से कुलआंता के पानी सप्लाई करने की मांग की है। स्थानीय निवासी अशोक कुमार, बलबीर सिंह, मुल्ख रार, कृपाल चंद, सुषमा देवी, मधु गुप्ता आदि ने कहा कि क्षेत्र में पीएचई की कोई स्कीम नहीं है, जिससे उन लोगों को हर रोज पेयजल किल्लत से जूझना पड़ता है। विभाग की ओेर से भी लोगों को पानी देने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे समस्या ने और विकराल रूप धारण कर लिया है। कुंलआंता वासियों ने सरकार से गांव को पीएचई सप्लाई से जोड़ने की मांग की है।
इस बारे में पीएचई विभाग के एईई अनिल जंजुआ का कहना है कि डेरली को पानी देने के लिए योजना बनाकर सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजी गई है।