9 माह से आंगनबाड़ी वर्करों को नहीं मिला वेतन
सरकार काम हम से कई गुणा ले लेती है। कोई भी जन कल्याण की योजना बने उसे लागू करवाने एवं लोगों को जागरूक करवाने के लिये आंगनबाड़ी वर्कर की सहायता ली जाती है मगर देने के समय हर सरकार प्रशास
संवाद सहयोगी, बसोहली: बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ जैसे नारा देने वाली सरकार पढ़ी लिखी युवतियों के साथ भेदभाव कर रही है। आंगनबाड़ी केंद्र में काम करने वाली वर्करों को पिछले 9 माह से वेतन नहीं मिला है, जिस कारण युवतियों को घर परिवार चलाने में अब मुश्किल पेश आने लगी है। विभिन्न आंगनबाड़ी सेंटरों में काम करने वाली महिलाओं ने बताया कि सरकार काम कई गुणा ले लेती है। कोई भी जन कल्याण की योजना बने, उसे लागू करवाने एवं लोगों को जागरूक करवाने के लिये आंगनबाड़ी वर्करों की सहायता ली जाती है, मगर सुविधाएं कुछ नहीं दी जा रही है। इस त्योहारी सीजन में भी हर महिला की ख्वाहिश होती है कि वे भी अपनी ओर से घर में कोई नई चीज लेकर आये, मगर 9 माह का वेतन ना मिलने के कारण वे मन मसोस कर रह जाती है। उन्होंने बताया कि कोई जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी उनके काम को देखने आ जाते हैं मगर उन की मुश्किलों को उजागर करने के प्रति कोई आगे नहीं आता है। महंगाई के इस दौर में महिलाओं के लिये अपना परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। बिना वेतन बिना भरे पेट वह कैसे काम करें। उन्होंने प्रशासन से इस दीवाली से पूर्व वेतन जारी करने की मांग की है।