बारिश में भी कैलाश कुंड के श्रद्धालुओं में उत्साह
संवाद सूत्र बनी कठुआ और डोडा जिले की सीमा पर स्थित कैलाश कुंड की धार्मिक पर्यटन या˜
संवाद सूत्र, बनी : कठुआ और डोडा जिले की सीमा पर स्थित कैलाश कुंड की धार्मिक पर्यटन यात्रा के दूसरे दिन शामिल होने के लिए आए श्रद्धालुओें का उत्साह पूरे शबाब पर है। उपमंडल में मौसम अनुकूल न रहने के बावजूद छत्तरगलां पैदल मार्ग से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हुए आगे बढ़ रहे।
मंगलवार सुबह मौसम साफ रहने से कठुआ जिला के अलावा जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों और पड़ोसी राज्यों से आए हजारों श्रद्धालु भगवान शिव का जयघोष करते हुए जब कुंड की ओर प्रस्थान किया तो उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। अपने वाहनों में सैकड़ों किलोमीटर का सफर कर छत्तरगला पहुंचे, थोड़ी देर भी रुकने का तैयार नही दिखे और करीब 25 किलोमीटर सीधी चढ़ाई वाले दुर्गम रास्ते से बेपरवाह होकर अपने आराध्य का दर्शन करने के लिए आगे बढ़ते रहे। हालांकि, दोपहर करीब 12 बजे शुरू हुई बारिश के कारण कुछ समय के लिए श्रद्धालुओं के पैर ठिठक गए, लेकिन कुछ देर इंतजार के बाद जब बारिश नही रुकी तो श्रद्धालुओं ने एक बार फिर यात्रा शुरू कर दी। बनी से छत्तरगलां में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए लंगर लगाने के गए जिया लाल ने बताया कि दोपहर तक मौसम साफ रहने पर करीब पांच हजार के करीब श्रद्धालुओं छत्तरगला से अपनी यात्रा शुरू की थी। दोपहर को शुरू हुई बारिश के कारण कुछ देर यात्रा थमी थी, लेकिन कुछ ही देर के बात एक बार फिर से शुरू हुई यात्रा निरंतर जारी है। उन्होंने बताया कि वीरवार को पवित्र सरोवर में स्नान के बाद सभी श्रद्धालु वासुकी नाग मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वहां से वापस लौटेंगे। देर शाम को बारिश थम गई लेकिन इसके कारण बढ़ी ठंड से कुछ श्रद्धालु परेशान दिखे।