इंदिरा आवास योजना के तहत बनाए मकान की बकाया राशि रुकी साल से
संवाद सहयोगी, हीरानगर : ग्रामीण विकास विभाग ने इंदिरा आवास योजना का नाम बदल कर प्रधानमंत्री आवास यो
संवाद सहयोगी, हीरानगर : ग्रामीण विकास विभाग ने इंदिरा आवास योजना का नाम बदल कर प्रधानमंत्री आवास योजना कर इसके लिए फंड भी 75 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक कर दिया है। इससे गरीबी रेखा के नीचे जिंदगी बसर कर रहे लोग आसानी से मकान के साथ रसोई व शौचालय भी बना लेंगे मगर जिन लोगों ने 2015-2016 में इंदिरा आवास योजना के तहत मकान बनाए थे उनकी बकाया राशि एक साल से रुकी हुई है। इसके लिए वे ब्लॉक कार्यालय के चक्कर लगा रहे है। मगर पैसे नहीं मिल रहे। हीरानगर ब्लॉक में 15 और मढ़ीन ब्लॉक में ऐसे 35 परिवार है जिन्होंने इंदिरा आवास योजना के तहत 2014 से 2016 के बीच मकान बनाए थे, जिनमें से कुछ को 25 और कुछ को 50 हजार ही मिले है। पानसर पंचायत के छन्न टाडा के हरनाम दास, मनियारी के कालीदास, पवन कुमार, रठूआ की कुंती देवी, बलदेव राज, छन्न लालदीन के प्रकाश चंद का कहना है कि खेती योग्य जमीन न होने के कारण वे मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते आ रहे है। आर्थिक तंगी की वजह से वे आज तक पक्के मकान नहीं बना पाए थे। उन्होंने कहा कि 2015 में उन्होंने इंदिरा आवास योजना के तहत ग्रामीण विकास विभाग में मकान बनाने के लिए आवेदन किया था और मंजूरी भी मिलने पर उन्होंने मकान भी बना लिए लेकिन अभी तक उन्हें पूरे पैसे नहीं मिले। इस संबंध में विधायक कुलदीप राज का कहना है कि उनके पास भी लोग आए थे। ग्रामीण विकास मंत्री से उनकी बात हुई है जल्द ही बकाया राशि उन्हे मिल जाएगी।