बारिश न होने से किसान परेशान, गेहूं की बिजाई प्रभावित
संवाद सहयोगी बसोहली क्षेत्र में सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण किसान बारिश के पानी
संवाद सहयोगी, बसोहली : क्षेत्र में सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण किसान बारिश के पानी पर ही निर्भर रहते हैं, लेकिन पिछले एक माह से बारिश नहीं होने के कारण किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि एक तो सरकार द्वारा अनदेखी की गई, वहीं नदी नालों का पानी व्यर्थ में बहकर रंजीत सागर झील में चला जाता है। नहरों को बनाने के लिए सरकार द्वारा इस पहाड़ी क्षेत्र में किसी भी तरह की कोई योजना तक नहीं बनाई गई। इतना ही नहीं, उन्हें एक तो जंगली जानवरों से नुकसान पहुंच रहा है, वहीं बिना पानी के भी उन्हें हर साल नुकसान उठाना पड़ता है। अगर नहरें हों तो बिना बारिश के भी फसल को लगाया जा सकता है। किसानों ने बताया कि इस समय बारिश की बहुत ज्यादा जरूरत है, अगर बारिश और देर से हुई तो गेहूं की फसल को लगाने में और देरी हो जाएगी, पहले से ही 25 दिनों की देरी चल रही है। इसके अलावा सरसों की फसल को लगाने में भी देरी हो रही है। सब्जियों को भी नुकसान हो रहा है। अगर ऐसे ही बारिश देर से हुई तो किसानों को पेट पालना मुश्किल हो जाएगा। कृषि अधिकारी अनिल दोबलिया का कहना है कि बारिश में लगभग 20 से 25 दिनों की देरी चल रही है, इससे गेहूं की फसल एवं सब्जियों को नुकसान हो रहा है।