सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ सड़कों पर उतरा दलित समाज
जागरण संवाददाता, कठुआ : सुप्रीम कोर्ट द्वारा गत दिनों एक याचिका की सुनवाई करते हुए अनुसूचि
जागरण संवाददाता, कठुआ : सुप्रीम कोर्ट द्वारा गत दिनों एक याचिका की सुनवाई करते हुए अनुसूचित जाति और जनजाति एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी न किए जाने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद देश भर में दलित समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इस विरोध की चिंगारी कठुआ में भी भड़क उठी है। यहां दलित समुदाय के लोगों ने विभिन्न संगठनों के बैनर तले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ जिला मुख्यालय में रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी लोगों ने सुप्रीम कोर्ट से अपना निर्णय वापस लेने की मांग उठाई है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ बसपा कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे पर कालीबड़ी में करीब बीस मिनट यातायात जाम पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की, इसके बाद उन्होंने डीसी कार्यालय के बाहर पहुंच कर भी प्रदर्शन किया। बसपा राज्य प्रधान सोम नाथ मजोत्रा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जताते हुए अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों पर अत्याचार बंद करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट में भी भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए। सोम राज ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आई है, तब से अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों पर अत्याचार बढ़े हैं। आए दिन देश के किसी ने किसी स्थान से ऐसे अत्याचार के मामले आते रहते हैं, अत्याचार करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया है। इससे वर्ग के लोगों पर अत्याचार और बढ़ेंगे। बसपा इसके खिलाफ आवाज जारी रखेगी और जब तक सुप्रीम कोर्ट अपने आदेश को वापस नहीं लेता तब तक संघर्ष जारी रहेगा। प्रदर्शन में सीआर मुंडे, संदीप मजोत्रा, सामाजिक कार्यकर्ता देव राज सोनी आदि शामिल थे।
--------------------
प्रदर्शन से हाइवे पर बनी जाम की स्थिति
नेशनल हाईवे पर प्रदर्शन से कालीबड़ी में जाम की स्थिति बन गई। इससे सैकड़ों वाहन दोनों दिशाओं में रुक गए और कई यात्रियों को कालीबड़ी तक पैदल ही चलना पड़ा। वहीं प्रदर्शन की पहले से ही सूचना होने पर बड़ी संख्या में पुलिस वहां तैनात थी। डीएसपी शमशेर सिंह सम्याल खुद मौके पर तैनात रहे। प्रदर्शनकारियों के मार्ग के हटने के बाद रुके यातायात को सुचारु करने के लिए यातायात पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों ने लहराए काले झंडे
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरोध में डॉ. भीम राव अंबेडकर सामाजिक एकता मंच ने शहर के मुखर्जी चौक में धरना दिया और काले झंडे लहराकर अपना विरोध जताया। धरने में पूर्व विधायक ध्यान चंद, सागर चंद, पूर्व एसपी रतन चंद, बाबू राम भगत और एडवोकेट सुशील गुप्ता ने भाग लेकर सरकार को चेताया। मंच सदस्यों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से संवैधानिक अधिकारों के छिनने का डर है, जिसको कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी को एकजुट होकर अपने हक के लिए सड़कों पर उतरने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने आदेश को वापस लेने की मांग उठाई।