गांधी जंयती पर लिया एक हजार पीपल के पौधे लगाने का टाडिया ने संकल्प
जागरण संवाददाता, कठुआ : हीरानगर के पर्यावरण प्रेमी अशोक टाडिया ने गांधी जयंती पर एक हजार पीपल के पौध
जागरण संवाददाता, कठुआ : हीरानगर के पर्यावरण प्रेमी अशोक टाडिया ने गांधी जयंती पर एक हजार पीपल के पौधे लगाने का संकल्प लिया। टाडिया ने पीपल के सभी पौधे अपनी नर्सरी में सजाकर रखे हैं।
इस पौधों को वह घगवाल-ऊधमपुर हाईवे के बीच बने डिवाइडर के मध्य लगाएंगे। इससे पहले हाईवे अथारिटी से अनुमति ली जाएगी। हालांकि, टाडिया पिछले कई सालों से पर्यावरण के हित में काम कर रहे हैं और उन्होंने पिछले चार महीनों में घगवाल से लखनपुर तक राष्ट्रीय मार्ग पर 800 पीपल के पौधे लगाए हैं। इस बार उन्होंने महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती को एक हजार पौधे लगाने का संकल्प लेकर मनाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भी प्रदूषण मुक्त भारत का सपना संजोए थे। इसके चलते वो स्वच्छ भारत देखना चाहते थे। ऐसे में प्रदूषण मुक्त ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर ही भारत बन सकता है। इसी के चलते उन्होंने उनकी जयंती पर एक हजार पीपल के पौधे लगाने का संकल्प लिया। उनका मानना है कि पीपल का पौधा लगाने से व्यक्ति मोक्ष की प्राप्ति करता है। ये ऐसा पेड़ है जो 24 घंटे आक्सीजन छोड़ता है और इसकी उम्र भी एक हजार साल मानी गई है। ऐसे में पीपल के पेड़ के सिवाय और कोई पौधा इतना पर्यावरण हितैषी नहीं हो सकता है। पौधों के साथ वो ट्री गार्ड भी उपलब्ध कराएंगे।
रिज्जू मिडिल स्कूल के बच्चों ने निकाली स्वच्छता जागरूकता रैली
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जागरण संवाददाता, कठुआ : गांधी जयंती के उपलक्ष्य में चक रिज्जू मिडिल के सैकड़ों विद्यार्थियों ने अपने स्कूल स्टाफ सहित स्वच्छता के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के लिए रैली निकाली। कालीबड़ी स्कूल से शुरू हुई रैली शहर के कॉलेज रोड से शहीदी चौक, मुखर्जी चौक, पारलीवंड, ओल्ड बस स्टेंड, न्यू बस स्टेंड से होती वापस चक रिज्जू मिडिल स्कूल में संपन्न हुई। रैली का नेतृत्व स्कूल की मुख्य अध्यापिका सुषमा अवतार स्वयं कर रही थी। करीब 6 किलोमीटर तक निकाली गई रैली के दौरान बच्चों को जगह-जगह विभिन्न संगठनों ने जलपान भी कराया। हाथों में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने वाले खुले में शौच न करने की अपील, अहिंसा और शांति का रास्ता अपनाने वाले आदि नारे लिखे थे। इससे पहले स्कूल में बच्चों ने 15 दिन का स्वच्छता पखवाड़ा मनाकर स्वच्छता ही सेवा का संकल्प लिया। जिसमें 15 दिन लगातार मुख्य अध्यापिका के नेतृत्व में साफ-सफाई पर आधारित विभिन्न गतिविधियां की गई।